Holi 2020: होली पर भी दिखा कोरोना का असर, मार्केट से गायब हुए चीनी प्रोडक्ट
Holi 2020: होली पर भी दिखा कोरोना का असर, मार्केट से गायब हुए चीनी प्रोडक्ट
- भारत में होली के बाजार पर भी दिखा कोरोना वायरस का असर
- मार्केट तक नहीं पहुंच पाए चीन से आने वाले पिचकारी सहित सभी चीनी उत्पाद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन से लेकर पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस का असर होली के त्यौहार पर भी दिखा। वायरस के कारण भारतीय बाजारों की रौनक बढ़ाने वाले चीन के उत्पाद बाजार से गायब नजर आ रहे हैं। कोरोना वायरस के डर से लोकल कारोबारी चीन से होली के उत्पाद मंगवाने से परहेज कर रहे हैं। जिसकी वजह से इस बार होली पर चीन की नहीं बल्कि देसी पिचकारी से रंग बरसेगा। वहीं चीनी माल की सप्लाई बाधित होने से घरेलू उत्पादों की मांग भी बढ़ रही है। इस कारण आमजन की होली महंगी हो सकती है।
गाजियाबाद: कोरोना वायरस के डर के चलते होली के लिए चीन के प्रोडक्ट बाज़ार से गायब। खरीदार लोकल प्रोडक्टस खरीदना पसंद कर रहे हैं। #coronavirus pic.twitter.com/0CXHGk9Cud
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 4, 2020
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कोरोनावायरस के चलते होली के सीजन पर सावधान रहने के लिए पिछले कई दिन से सोशल मीडिया पर प्रचार किया जा रहा है। कई सोशल साइट्स पर कोरोना से बचने के लिए चीन में निर्मित उत्पादों का इस्तेमाल न करने के साथ ही होली के बाजार में इन उत्पादों से दूर रहने को लेकर जागरूक किया जा रहा है। जिससे होली के बाजार का स्वरूप बदला हुआ है।
दरअसल, पिछले साल दिसंबर महीने से चीन में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ा है। कोरोना का असर चीन के व्यापारिक संबंध रखने वाले विश्व के अनेक देशों पर पड़ा है। कारोबारी चीन से माल मंगवाने से परहेज कर रहे हैं। जिसका असर होली पर पड़ा है। होली के बाजार में डिजाइन वाली पिचकारी से लेकर मल्टी कलर के गुब्बारे और रंगों से लेकर स्प्रे तक चीन निर्मित होते हैं, लेकिन इस बार चीनी उत्पादों का आयात नहीं किया जा सका। जिसके चलते लोकल उत्पादों की मांग बढ़ने के साथ-साथ दाम में भी वृद्धि हुई है। होली के बजट में 15 से 25 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। व्यापारियों का कहना है, कोरोनावायरस की वजह से इस बार सबसे अधिक होली का बाजार प्रभावित हुआ है।
दरअसल चीन से आने वाले पिचकारी सहित तमाम होली के प्रोडक्ट कोरोना वायरस के कारण भारतीय बाजारों तक नही पहुंच पाए। मार्केट में करीब 95 फीसदी सामान देश में निर्मित बेचा जा रहा है। मार्केट में जो 5 प्रतिशत सामान चीन का है, वह पिछले सीजन का बचा हुआ है। इसे भी लोग खरीदने से बच रहे हैं। होली के आइटम पर कीमतों का असर भी दिख रहा है। हालांकि बाजार से चीनी उत्पादों के गायब होने से 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा तो मिल रहा है, लेकिन व्यापारियों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। जिसकी वजह से आम लोगों की होली महंगी होने की संभावना है। दूसरी ओर होली पर आने वाले विदेशों पर्यटकों की संख्या पर भी प्रभाव पड़ा है।