Corona Effect: शादी उद्योग को 50 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान
Corona Effect: शादी उद्योग को 50 हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑल इंडिया डिजिटल डेस्क ऑफसेट प्रेस एसोसिएशन की ओर से जानकारी दी गई है कि कोविड-19 महामारी और उसके बाद लॉकडाउन के कारण उद्योग गहरे संकट में है। अब तक देशभर में 15 लाख से अधिक शादियों को रद्द या स्थगित कर दिया गया है। इस कारण शादी उद्योग को 50 हजार करोड़ से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है। आपदा प्रबंधन अधिधियम के तहत सार्वजनिक सभा पर कड़े नियम होने के कारण आगामी वर्षों में व्यवसाय में मंदी रहने की संभावना है।
रिपोर्ट में बताया कि देशभर में 280 एचपी इंडिगो डिजिटल प्रेस की इकाईयां हैं। ये इकाईयां लगभग 1500 करोड़ रुपए का करोबार करती थीं। इनका प्रमुख व्यवसाय डिजिटल प्रिंटिंग हैं, जिसमें किताबें, कैटलॉग, ब्रोशर, विजिटिंग कार्ड और शादी के फोटो बुक सहित अन्य उत्पाद की प्रिटिंग शामिल है। रिपोर्ट में बताया गया कि कोरोना वायरस के कारण शादी उद्योग को चालू सीजन में अनुमानित 400 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान होने की उम्मीद हैं।
एसोसिएशन ने एचपी इंडिगो डिजिटल प्रेस कंपनी से मांग की
- सेवा शुल्क और स्पेयर पार्ट्स शुल्क को दिसंबर 2020 तक के लिए माफ कर देना चाहिए। गौरतलब है कि एचपी के अलावा कोई अन्य डिजिटल प्रेस आपूर्तिकर्ता पुर्जों और सेवा के लिए शुल्क नहीं लेता है।
- व्यवसाय की मांग को देखते हुए मासिक क्लिक शुल्कों को सबसे कम स्लैब में रखा जाना चाहिए।
- भारत में इंडिगो प्रेस के लिए रीटेल फोटो प्रिंट व्यवसाय को विकसित करने और बढ़ावा देने के लिए एक रोड मैप तैयार करना चाहिए।
- प्रेस मालिकों को जरूरत-आधारित क्रेडिट सुविधा दी जाए।
सुभाष सभरवाल ने बताया कि एआईडीओपी ने 11 जून को सेगमेंट के एचपी इंडिगो प्रेस मालिकों की वर्चुअल मीटिंग करवाई थी। इसमें पूरे भारत के 150 से अधिक एचपी इंडिगो मालिकों ने भाग लिया था। एचपी इंडिगो मालिकों को नि:संदेह लगता है कि उनको एचपी कंपनी द्वारा अपने दम पर संकटों को झेलने के लिए अकेले छोड़ दिया गया है। एचपी कंपनी की चुप्पी ने देशभर में एचपी इंडिगो प्रेस मालिकों की भावनाओं और मनोबल को बुरी तरह चोट पहुंचाई है।
एचपी इंडिगो प्रेस ने 18 जून को देशभर में शटडाउन का निर्णय लिया
सभरवाल ने बताया कि उपरोक्ट तथ्यों के कारण हम सभी ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि "एचपी इंडिगो प्रेस मालिकों" को एचपी कंपनी की चुप्पी को भेदने के लिए निम्नलिखित ठोस कदम उठाएंगे।
- एचपी इंडिगो प्रेस ने 18 जून को देशभर में शटडाउन का निर्णय लिया है। सभरवाल ने बताया कि हम अपना नियमित कारोबार हमेशा की तरह करेंगे, लेकिन एचपी इंडिगो प्रेस बंद रखेंगे।
- हम सभी एचपी/रेडिंगटन के सभी इवेंट, प्रोग्राम और आॅनलाइन वेबिनार आदि में भाग नहीं लेंगे।
- हमें प्रिंट आईओएस सॉफ्टवेयर का उपयोग नहीं करेंगे। ग्राहक डेटा सुरक्षा की कुछ चिंताओं का समाधान किया जाना आवश्यक है।
- एसोसिएशन को एचपी इंडिया और रेडिंगटन इंडिया लिमिटेड के साथ अपना संवाद जारी रखना चाहिए।
- एआईडीओपी सदस्य इस मुद्दे को उजागर करने वाले अपने क्षेत्रों में प्रेस विज्ञप्ति जारी करेंगे।