सेंसेक्स 861 अंक लुढ़का, निफ्टी 17,350 के नीचे बंद हुआ
क्लोजिंग बेल सेंसेक्स 861 अंक लुढ़का, निफ्टी 17,350 के नीचे बंद हुआ
- निफ्टी 246.00 अंक की गिरावट के साथ 17
- 312.90 पर बंद हुआ
- सेंसेक्स 861.25 अंक की गिरावट के साथ 57
- 972.62 पर बंद हुआ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। यूएस फेडरल रिजर्व के मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ऊंची ब्याज दरों के कुछ समय तक जारी रहने के संकेतों के कारण भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट देखी गई।आज सप्ताह के प्रथम दिन सेंसेक्स 861अंक अर्थात 1.46 प्रतिशत की हानि के साथ 57972.62 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 246 अंक अर्थात 1.46 प्रतिशत गिर 17312.90 पर रहा।बैंक निफ्टी 710 यानी 1.82 प्रतिशत नीचा हो 38276.70 पर बंद हुआ।एशियन मार्केट भी मंदे ही रहे। एनएसई मिड कैप तथा एनएसई स्मॉल कैप में दुर्बलता बनी रही तथा क्रमशः 0.81 प्रतिशत एवम 0.96प्रतिशत नीचे रहे।
यूएस डॉलर की तुलना में रुपये ने गिर कर अपने निम्नतर स्तर 80.13 को छुआ।ब्याज दरों में वृद्धि आने वाले महीने में बनी रह सकती है एवम रुपया भी और सिकुड़ सकता है।इंडिया विक्स 8.78 प्रतिशत उछला तथा 19.82 पर बंद हुआ जो आने वाले दिनों में उतारचढ़ाव के बने रहने का संकेत है।अधिकांश क्षेत्र नकारात्मक रहे एवम निफ्टी आईटी,मीडिया, पीएसयू बैंक ने सूचकांक को नीचे खींचा।
निफ्टी के शेयरों में ब्रिटानिया,मारुति एवम नेस्ले में सर्वाधिक बढ़त रही जबकि टेक महिंद्रा, इंफी तथा विप्रो सबसे अधिक गिरे।तकनीकी रूप से निफ्टी बड़ी गिरावट के साथ नीचे बंद हुआ है एवम इसने अपना प्रारूप बदल कर लोअर लो,लोअर हाई का कर दिया है।गिरावट पर 17200 एक अच्छा सपोर्ट है जो वर्तमान मंदी को थाम एक तात्कालिक उछाल दे सकता है।निफ्टी के ओपन इंटरेस्ट डाटा में कॉल में सर्वाधिक ओपन इंटरेस्ट 17700.फिर 17500 पर है जबकि पुट में यह 17200 फिर 17000 पर है।बैंक निफ्टी का सपोर्ट 37400 तथा अवरोध 39000 है।लघु अवधि का समायोजन दीर्घ अवधी की ऊंची चाल के रुख को स्वस्थ बना सकता है अतः इसे नकारात्मक नही लेना चाहिए बल्कि गिरावट का उपयोग गुणवत्ता के शेयरों में खरीदारी अवसर के लिए करना चाहिए।अत्यधिक दुर्बल यूएस तथा विदेशी शेयर बाजारों के बाद भी भारतीय बाजार ने निचले स्तरों वापसी दिखाई है।यदि भारतीय शेयर बाजार कल सकारात्मक बंदी देते हैं तो आने वाले दिनों में फिर से एक तेज रैली की संभावना है।
Palak Kothari
Senior Technical Analyst
Choice Broking
Source: Choice India