ONGC में 80 करोड़ का घोटाला : CBI ने 13 अफसरों के खिलाफ दर्ज किया मामला
ONGC में 80 करोड़ का घोटाला : CBI ने 13 अफसरों के खिलाफ दर्ज किया मामला
डिजिटल डेस्क, विशाखापट्नम। CBI ने आइल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन (ONGC) के 13 अधिकारियों के खिलाफ 80 करोड़ घोटाले के मामले में FIR दर्ज की है। इन 13 अधिकारियों में कुछ वर्तमान और कुछ पूर्व अधिकारी शामिल हैं। ये FIR, आंध्रप्रदेश के राजामुंद्री प्लांट में गैस डिहाइड्रेशन यूनिट सप्लाय करने के लिए प्राइवेट कंपनियों को दिए गए कांट्रेक्ट में अनियमितता पाए जाने पर की गई है। मामला 2014 का है।
ONGC के आंध्रप्रदेश स्थित राजामुंद्री युनिट के इन अधिकारियों पर आरोप है कि इन्होंने गाइडलाइन्स की अनदेखी कर दीप इंडस्ट्री को कांट्रेक्ट दिया था। अधिकारियों पर आरोप है कि अपने पद का गलत फायदा उठाते हुए इन लोगों ने दीप इंडस्ट्री को गैस डिहाइड्रेशन यूनिट सप्लाय करने के लिए 312 करोड़ का कांट्रेक्ट दिया था, जिससे ONGC को 80 करोड़ का घाटा हुआ है। FIR में पूर्व डायरेक्टर (तटवर्ती) अशोक वर्मा, पूर्व एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर डी. जी. सान्याल और रिटायर्ड डीजीएम (प्रोडक्शन) अरूप रतन दास के नाम भी शामिल किए गए हैं।
ONGC की विजिलेंस विंग इस मामले में सीबीआई पहुंची थी। विजिलेंस विंग ने CBI में शिकायत की थी कि उसने 2014 से 2015 के बीच में ONGC के आंध्रप्रदेश स्थित राजामुंद्री युनिट के अधिकारियों द्वारा 80 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का पता लगाया है। शिकायत के आधार पर CBI ने प्राथमिक जांच के बाद आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और आपराधिक दुर्व्यवहार का मामला दर्ज किया था।