एक्सिस एएमसी का अक्षय ग्रुप से सौदा, चेन्नई टाउनशिप में किया 60 करोड़ का पहला निवेश
एक्सिस एएमसी का अक्षय ग्रुप से सौदा, चेन्नई टाउनशिप में किया 60 करोड़ का पहला निवेश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी के 400 करोड़ रुपये के रियल एस्टेट फंड का पहला निवेश चेन्नई टाउनशिप में किया जा रहा है। एक्सिस रेरा ऑपर्च्युनिटीज फंड -I ने चेन्नई स्थित प्रॉपर्टी डेवलपर अक्षय ग्रुप की टाउनशिप परियोजना के साथ चेन्नई के आईटी कॉरिडोर में 60 करोड़ रुपये का निवेश करने का सौदा किया है।
एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है, "टाउनशिप परियोजना, ऑरलैंडो, चेन्नई के बाहरी इलाके में ओल्ड महाबलीपुरम रोड क्षेत्र में स्थित है। अक्षय उन आईटी परिसरों को भुनाने की कोशिश कर रहा है, जो उस क्षेत्र के आसपास फैले हुए है, जिसके कारण रेसिडेंशियल और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स की बड़े पैमाने पर ग्रोथ हुई है। एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के मैनेजिंग पार्टनर-रियल एस्टेट, बालाजी राव ने कहा, "मेरा मानना है कि भविष्य में रियल एस्टेट का झुकाव थीम्ड और सर्विस्ड प्रोजेक्ट्स की ओर होगा। जिस प्रोजेक्ट में हम निवेश कर रहे हैं, ये उसी का एक उदाहरण है। यह परियोजना उस इलाके के मिड-मार्केट सेगमेंट में एक आदर्श है।"
अक्षय प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष और सीईओ टी चिट्टी बाबू ने कहा, "हमें अपने आप को प्रिविलेज्ड महसूस कर रहे है कि एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने निवेश के लिए सबसे पहले हमारी कंपनी को चुना। बता दें कि एक्सिस एएमसी म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस और अल्टरनेटिव फंडों में निवेश की सुविधा ग्राहकों को व्यापक तौर पर प्रदान करता है। एक्सिस एएमसी के दो शेयरहोल्डर हैं: एक्सिस बैंक और स्कॉडर्स सिंगापुर होल्डिंग्स।
एक्सिस एएमसी ने अपनी उस घोषणा के कुछ हफ्तों बाद अक्षय ग्रुप के साथ ये डील साइन की है जिसमें 400 करोड़ रुपए जमा होने के बाद फंड को क्लोज करने की जानकारी दी गई थी। एक्सिस ने घरेलू संस्थानों, हाई नेट वर्थ वाले व्यक्तियों और फंड के प्रायोजक एक्सिस एएमसी से ये पूंजी जुटाई है। यह, देश के शीर्ष आठ शहरों में स्ट्रकचर्ड डेब्ट रूट के माध्यम से फंड का निवेश करेगा।
इस फंड को बंद करते समय, बालाजी राव ने कहा था कि पिछले कुछ महीनों से प्रॉपर्टी बाजार कठिन दौर से गुजर रहा है। डेवलपर्स को लिक्विडिटी की कमी का सामना करना पड़ रहा है और नए नियमों के कारण उनके बिजनेस मॉडल में बदलाव हो रहा है। हालांकि, यह वेल्यू इन्वेस्टर्स के लिए नई परिस्थियों में रिजल्ट दे सकने वाली रियल एस्टेट कंपनियों की पहचान करने का उपयुक्त अवसर है।