मनोरंजन: 'फुकरे 3' से काफी पीछे 'द वैक्सीन वॉर', बूस्टर डोज की जरूरत

  • द वैक्सीन वॉर ने चार दिनों में कमाए महज छह करोड़ रुपये
  • फुकरे 3 ने चार दिनों में की 28.3 करोड़ रुपये की कमाई

Bhaskar Hindi
Update: 2023-10-01 13:31 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विवेक रंजन अग्निहोत्री ने पिछले साल 'द कश्मीर फाइल्स' के साथ जबरदस्त हिट कमाई की थी, जो बॉक्स-ऑफिस पर सफल होने के साथ-साथ बेहद विवादास्पद भी थी। कोवैक्सिन की कहानी पर उनकी फिल्‍म 'द वैक्सीन वॉर' से काफी उम्मीदें थीं।

हालांकि, नाना पाटेकर और पल्लवी जोशी की मुख्य भूमिका वाली 'द वैक्सीन वॉर' ने बॉक्स ऑफिस पर अपने शुरुआती चार दिनों में बहुत खराब प्रदर्शन किया है। ट्रेड वेबसाइट सैकनिल्‍कडॉटकॉम के अनुसार, फिल्म ने छह करोड़ रुपये का शुद्ध संग्रह (18 प्रतिशत जीएसटी हटाकर) दर्ज किया है। इस आंकड़े में रविवार को अनुमानित 2.5 करोड़ रुपये की शुद्ध कमाई शामिल है, जिसकी पुष्टि सोमवार को ही की जाएगी।

'द कश्मीर फाइल्‍स' से तुलना करें तो उसने पहले दिन 27.15 करोड़ रुपये की कमाई की थी जबकि 'द वैक्‍सीन वॉर' ने 3.55 करोड़ रुपये से शुरुआत की। कश्‍मीरी हिंदुओं की कहानी पर आधारित फिल्‍म ने कुल 250.41 करोड़ रुपये कमाए और 2022 में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक रही।

'द वैक्सीन वॉर' ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले भी खराब प्रदर्शन किया है। पुलकित शर्मा की 'फुकरे 3' ने 28.3 करोड़ रुपये की कमाई की है। राघव लॉरेंस और कंगना रनौत अभिनीत तमिल हॉरर कॉमेडी 'चंद्रमुखी 2' ने भी 17.46 करोड़ रुपये कमाये हैं।

ट्रेड विश्लेषक इस सवाल पर बहस कर रहे हैं कि क्या अग्निहोत्री ने फिल्म निर्माण की अपनी प्रचार शैली का जरूरत से ज्‍यादा इस्‍तेमाल कर लिया है? भावनात्मक और विभाजनकारी मुद्दे पर केंद्रित 'द कश्मीर फाइल्‍स' के विपरीत 'द वैक्सीन वॉर' में कोई 'दुश्मन' नहीं है जो दर्शकों को उत्साहित कर सके।

खोजी पत्रकारों का वैक्सीन के बारे में असुविधाजनक सवाल पूछना 'दुष्ट' जेएनयू प्रोफेसरों और जिहादी आतंकवादियों की आकर्षित करने की शक्ति से मेल नहीं खाता है। अग्निहोत्री की फिल्मों को एक 'रोमांचक' दुश्मन की जरूरत होती है, जो 'द वैक्सीन वॉर' में नहीं है। इसके अलावा, कश्मीर के मुद्दे के विपरीत, कोवैक्सिन पर राय विभाजित है।

इसकी संभावना नहीं है कि 'द वैक्सीन वॉर' के बॉक्स ऑफिस आंकड़ों में कोई बढ़ोतरी होगी, जब तक कि राजनेता इसके पीछे नहीं लामबंद नहीं होते (जैसा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने 'द कश्मीर फाइल्स' के मामले में किया था), लेकिन अब तक इसके कोई संकेत नहीं हैं।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Tags:    

Similar News