Bharat Review: ईद पर सलमान का 'ब्लॉकबस्टर' तोहफा है फिल्म भारत
Bharat Review: ईद पर सलमान का 'ब्लॉकबस्टर' तोहफा है फिल्म भारत
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। सलमान खान और कटरीना कैफ की फिल्म भारत आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। ईद के साथ साथ-लोगों को इस फिल्म का भी इंतजार था। फाइनली आज जब यह फिल्म रिलीज हुई तो लोग इसे लेकर काफी उत्साहित थे। इस फिल्म को लेकर फैंस में काफी बज बना हुआ था। फिल्म में सलमान खान और कैटरीना कैफ के अलावा सोनाली कुलकर्णी, जैकी श्रॉफ, सतीश कौशिक, आसिफ शेख, कुमुद मिश्रा, दिशा पाटनी, सुनील ग्रोवर, शशांक अरोड़ा और तब्बू भी अहम भूमिकाओं में हैं।
फ्लैशबैक से शुरु होती है कहानी
फिल्म की कहानी फ्लैशबैक से शुरु होती है। एक 70 साल का व्यक्ति भारत (सलमान खान) अपने जीवन के बारे में बताता है। कहानी 1947 से शुरू होती है, जब विभाजन का दौर था और उसी दौरान भारत अपने पिता (जैकी श्रॉफ) और बहन से बिछड़ जाता है। फिल्म में सलमान के पिता एक स्टेशन मास्टर होते हैं, जिनसे बिछड़ते वक्त भारत एक वादा करता है कि जब वह (जैकी श्रॉफ) लौटकर नहीं आते वह अपनी मां (सोनाली कुलकर्णी), अपनी छोटी बहन और छोटे भाई का पूरा ख्रयाल रखेगा। यहीं से शुरू होती "भारत" की जिंदगी की कहानी।
हर अच्छे बच्चे की तरह भारत भी 1947 से लेकर 2010 तक अपने परिवार को खुश रखने की पूरी कोशिश करता है और जमकर मेहनत करता है। अपने परिवार को खुश रखने के लिए वह चोरी करता है, मौत के कुएं में गाड़ी चलाता है, किराने की दुकान चलाता है। इतना ही नहीं वह अपनी जान जोखिम में डालकर समंदर पार जाकर तेल निकालने का काम भी करता है। इसी दौरान भारत की मुलाकात मैडम सर यानी कटरीना कैफ से होती है। जो भारत को नौकरी देने में उसकी मदद करती है, लेकिन इसी बीच मैडम सर को भारत से प्यार हो जाता है। वह भारत के सामने शादी की पेशकश कर देती हैं, लेकिन भारत इस शादी से इनकार करते हुए यह कहता है कि वह परिवार के फर्ज में बंधा हुआ है।
भारत के प्यार में पागल मैडम जी उसके साथ लिव इन में रहने की बात कहती है। फिल्म में विलायती खान (सुनील ग्रोवर) की भूमिका भी काफी अहम है। इस कहानी में विलायती भारत के बचपन से लेकर उसके बुढ़ापे तक का दुख-सुख का साथी होता है। इसके अलावा फिल्म में कई ऐसी चीजें हैं, जो आपको पसंद आएंगी।
निर्देशन ने किया है बारीक काम
फिल्म के निर्देशक अली अबबास जफर ने सलमान के टैलेंट का बखूबी उपयोग किया है। उन्होंने बहुत सी बारिकियों से चीजों को पकड़ा है। अली ने सलमान को पर्दे पर वैसे ही प्रजेंट किया है, जैसे वे असल में हैं। फिल्म की कहानी दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब रही है। हां, फिल्म की लंबाई थोड़ी छोटी हो सकती थी, लेकिन 1947 से 2010 तक की कहानी को इतने कम समय में समेटना आसान नहीं होता है। इसलिए, हम इस बात को इग्नौर कर सकते हैं।
फिल्म में सलमान और कटरीना की एक्टिंग और कैमेस्ट्री देखने लायक है। रिलीज से पहले ही भारत के गाने सोशल मीडिया पर धूम मचाने में कामयाब रहे। "स्लो मोशन", "चाशनी" और "ऐथे आ" जैसे गानों ने लोगों के मन में इस फिल्म को लेकर काफी उत्सुकता पहले ही भर दी थी। एक लाइन में कहा जाए तो यह फिल्म ईद का तोहफा है, जो सलमान ने अपने फैंस को दिया है।