Kangana Vs Shivsena: मुंबई से हिमाचल लौटीं कंगना, कहा- SSR के हत्यारों, ड्रग माफिया को आदित्य ठाकरे का सपोर्ट; इनका खुलासा करना मेरा बड़ा अपराध
Kangana Vs Shivsena: मुंबई से हिमाचल लौटीं कंगना, कहा- SSR के हत्यारों, ड्रग माफिया को आदित्य ठाकरे का सपोर्ट; इनका खुलासा करना मेरा बड़ा अपराध
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कंगना रनौत सोमवार को बहन रंगोली के साथ मनाली के लिए रवाना हुईं। पांच दिन पहले 9 सितंबर को वे मुंबई पहुंची थीं। कंगना ने आज भी ट्वीट किए और महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के सीएम की मूल समस्या यह है कि मैंने फिल्म माफिया, एसएसआर के हत्यारों और उनके ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया, जो उनके प्यारे बेटे आदित्य ठाकरे के साथ हैं। यह मेरा बड़ा अपराध है, इसलिए अब वे मुझे फिक्स करना चाहते हैं, ठीक है, देखते हैं कि कौन किसको फिक्स करता है !!!
कंगना ने लिखा भारी मन से मुंबई छोड़ रही हूं जिस तरह से इन दिनों मुझे लगातार आतंकित किया जा गया था और मेरे काम की जगह के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिश में लगातार हमले और गालियां दी गई। मुझ पर हमले को लेकर सुरक्षाकर्मी अलर्ट थे। कहना चाहिए कि पीओके को लेकर कही गई मेरी बात सही थी। कंगना ने ट्वीट पर ही लिखा कि "जब रक्षक ही भक्षक होने का ऐलान कर रहे हैं, घड़ियाल बनकर लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे हैं। मुझे कमजोर समझकर बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं। एक महिला को डराकर उसे नीचा दिखाकर अपनी इमेज को धूल कर रहे हैं।’
अब घर के लिए भी नोटिस
मुंबई महानगर पालिका ने कंगना के खार इलाके में स्थित फ्लैट में कथित अवैध निर्माण को लेकर नया नोटिस भेजा है। बीएमसी का आरोप है कि कंगना के खार स्थित घर में उनके ऑफिस से ज्यादा अवैध निर्माण है। यहां एक 16 मंजिला इमारत की पांचवीं मंजिल पर कंगना के तीन फ्लैट हैं। फिलहाल अवैध निर्माण से जुड़ा मामला अदालत में है, जिस पर 25 सितंबर को सुनवाई होगी।
कंगना के अन्य ट्वीट
-दिल्ली के दिल को चीर के वहाँ इस साल खून बहा है, सोनिया सेना ने मुंबई में आज़ाद कश्मीर के नारे लगवाए, आज आज़ादी की क़ीमत सिर्फ़ आवाज़ है, मुझे अपनी आवाज़ दो, नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब आज़ादी की क़ीमत सिर्फ़ और सिर्फ़ ख़ून होगी।
-चंडीगढ़ मे उतरते ही मेरी सिक्यरिटी नाम मात्र रह गयी है, लोग ख़ुशी से बधाई दे रेही हैं, लगता है इस बार मैं बच गयी, एक दिन था जब मुंबई में माँ के आँचल की शीतलता महसूस होती थी आज वो दिन है जब जान बची तो लाखों पाए, शिव सेना से सोनिया सेना होते ही मुंबई में आतंकी प्रशासन का बोल बाला।
-जब रक्षक ही भक्षक होने का एलान कर रहे हैं धड़ियाल बन लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे हैं, मुझे कमज़ोर समझ कर बहुत बड़ी भूल कर रहे हैं! एक महिला को डरा कर उसे नीचा दिखाकर,अपनी इमेज को धूल कर रहे हैं!!
-भारी मन से मुंबई छोड़ रही हूं, जिस तरह से इन दिनों लगातार मुझे आतंकित किया गया था और मेरे काम की जगह के बाद मेरे घर को तोड़ने की कोशिश में लगातार हमले और गालियां दी गईं। मुझ पर हमले को लेकर सुरक्षाकर्मी अलर्ट थे। कहना चाहिए कि पीओके को लेकर कही गई मेरी बात सही थी।
-गुड मॉर्निंग, अभी ख्याल आया कि एक बच्चा उससे कहीं ज्यादा सोचने-समझने की ताकत रखता है, जितना हम सोचते हैं। जब वह इस तरह विचारों में खो जाता है तो मुझे आश्चर्य होता है कि वह क्या महसूस कर रहा है।