बिल्डर और फिल्म फाइनेंसर युसूफ लकड़ावाला गिरफ्तार, ED कर रहा जांच, आखिर क्या हैं पूरा मामला ?
बिल्डर और फिल्म फाइनेंसर युसूफ लकड़ावाला गिरफ्तार, ED कर रहा जांच, आखिर क्या हैं पूरा मामला ?
डिजिटल डेस्क,मुंबई। कोरोना की दूसरी लहर ने देशभर में तबाही मचा रखी है। लोगों के पास रोजगार नहीं हैं,खाने के लिए ढेरों गरीब परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहा है। वहीं दूसरी तरफ कुछ पैसे वाले लोग आपदा में अवसर निकाल कर अपना फायदा तलाश रहे है। लेकिन ED की पैनी नजर से ऐसे अपराध ज्यादा दिन तक छुपते नहीं है। बता दें कि, प्रवर्तन निदेशालय यानि कि ED ने शुक्रवार को मुंबई में रहने वाले एक बिल्डर और फिल्म फाइनेंसर युसूफ एम लकड़ावाला को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बाद युसूफ को 2 जून तक ED अपनी कस्टडी में ही रखेगा। बता दें कि, एक महंगी जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाने की वजह से युसूफ को गिरफ्तार किया गया है।
क्या हैं पूरा मामला
दरअसल, खंडाला में अच्छी-खासी महंगी जमीन को खरीदने के लिए लकड़वाला ने कथित तौर से कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर जाली डॉक्यूमेंट्स तैयार करवाए, जिसको लेकर प्रवर्तन निदेशालय यानि कि, ED ने शुक्रवार को युसूफ एम लकड़ावाला को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी होने के बाद युसूफ को जब स्थानीय कोर्ट में भेजा गया तो , कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए उसे 2 जून तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। वहीं ईडी की तरफ से ये जानकारी दी गई हैं कि, युसूफ एम लकड़ावाला को धन शोधन कानून यानि कि Money laundering law की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया और बाद में आरोपी को स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उसे 2 जून तक हिरासत में डाल दिया है।
50 करोड़ का बनवाया था फर्जी डाक्यूमेंट्स
युसूफ एम लकड़ावाला ने महाराष्ट्र के पुणे जिले में आने वाले मावल तहसील के अंतर्गत खंडाला में एक जमीन के फर्जी डाक्यूमेंट्स बनवाए। बताया जा रहा हैं कि, उस जमीन की कीमत 50 करोड़ है। इस जमीन के आरोपी ने फर्जी कागजात बनवाए, जिसके बाद लकड़वाला के खिलाफ मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के अंतर्गत 2019 में मामला दर्ज किया गया है। सिर्फ लकड़वाला ही नहीं बल्कि इस काम में जो भी लोग शामिल थे, उन सभी के खिलाफ ये मामला दर्ज किया गया है। देखना होगा कि, आगे लकड़वाला और अन्य को कोर्ट की तरफ से क्या सजा मिलती है या क्या राहत प्रदान की जाएगी।
बता दें कि, इस जमीन का फर्जीवाड़ा मुंबई पुलिस की जांच में सामने आया था, जिस पर ईडी ने भी तत्परता दिखाई और युसूफ एम लकड़ावाला को धर दबोचा। रिपोर्ट्स के अनुसार, 4.4 एकड़ की ये जमीन हैदराबाद के नवाब जंग बहादुर के परिवार की है। लकड़वाला द्वारा तैयार करवाए गए फर्जी कागजात में ये साफ लिखा था कि, ये जमीन लकड़ावाला के पिता ने 1949 में खरीदी और बाद में उन्होंने अपने बेटे युसूफ एम लकड़ावाला को तोहफे के तौर पर दे दी। इतना ही नहीं ईडी के द्वारा दी गई जानकारी में ये भी बताया गया हैं कि, युसूफ बहुत से फ्रॉड कंपनिया में संचालित करता हैं, जिसमें कोई खास बिजनेस नहीं होता लेकिन लेन-देन करोड़ों का चलता है।