Birthday:जानिए, लिपस्टिक बेचने वाले अरशद वारसी कैसे बने बॉलीवुड एक्टर
Birthday:जानिए, लिपस्टिक बेचने वाले अरशद वारसी कैसे बने बॉलीवुड एक्टर
Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-19 05:37 GMT
डिजिटल डेस्क,मुंबई। अरशद वारसी आज अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपनी बेहतरीन एक्टिंग के दम पर अरशद ने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई हैं। उन्होंने अपने हर किरदार से लोगों का खूब मनोरंजन किया है, लेकिन एक वक्त था जब पिता की मौत के बाद बेहद छोटी उम्र में अरशद को घर संभालने के लिए घर-घर जाकर लिपस्टिक बेचने का काम करना पड़ता था।
सेल्समैन से बने एक्टर
- अरशद वारसी का जन्म साल 1968 को महाराष्ट्र के एक मुस्लिम परिवार में हुआ।
- बचपन में ही अरशद के पिता की मौत हो गई।
- दसवी कक्षा के बाद एक्टर को पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी और पिता के निधन के बाद बंगला छोड़ एक कमरे के फ्लैट में रहना पड़ा।
- अरशद ने अपना पेट भरने के फोटो लैब से लेकर घर-घर में सेल्समैन बनकर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स बेचने का काम किया।
- कुछ समय बाद अरशद ने अकबर सामी का डांसिंग ग्रुप ज्वाइन कर लिया।
- 1993 में अरशद ने "रूप की रानी चोरों का राजा" का टाइटल ट्रैक कोरियोग्राफ किया।
- अरशद ने 1987 में "ठिकाना" और "काश" जैसी फिल्मों के लिए महेश भट्ट के साथ बतौर असिस्टेंट भी काम किया था।
- लीड एक्टर के तौर पर अरशद ने अपने करियर की शुरुआत साल 1996 में फिल्म "तेरे मेरे सपने" से की थी।
- इस फिल्म का ऑफर अरशद वारसी को जया बच्चन ने दिया था।
- अरशद को पहचान मिली साल 2003 में आई फिल्म "मुन्नाभाई एमबीबीएस" और साल 2006 में आई "लगे रहो मुन्ना भाई" से।
- इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद साल 2013 में फिल्म "जॉली एलएलबी" से भी अरशद वारसी को खूब तारीफें मिली।
- अरशद वारसी की फिल्म गोलमाल उनकी सुपरहिट फिल्मों में से एक है। इसके अलावा उनकी "इश्किया" और "डेढ़ इश्किया" भी पर्दे पर हिट साबित हुई थी।