इस IPS ने स्वरा को 'सिलेक्टिव' बताते हुए की ट्रोल करने की कोशिश, बचाव में उतरे फैंस
इस IPS ने स्वरा को 'सिलेक्टिव' बताते हुए की ट्रोल करने की कोशिश, बचाव में उतरे फैंस
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर अपने बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती है। वे हर मुद्दे पर सोशल मीडिया पर अपनी राय रखती हैं। इस वजह से कई बार उन्हें ट्रोलर्स का सामना भी करना पड़ता है। हालही में उन्हें एक बार फिर ट्रोल करने की कोशिश की गई। इस बार किसी आम इंसान ने नहीं बल्कि अहमदाबाद के एडिशनल सीपी ने स्वरा को ट्रोल करने की कोशिश की।
One more lynched to death in the name of our God!!! #Lynchistaan Nahi banengey! Get on the streets in #Delhi tomorrow, 26th June, 5 pm. Candle light vigil for #TabrezAnsari #IndiaAgainstLynchTerror at #JantarMantar
— Swara Bhasker (@ReallySwara) June 26, 2019
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दरअसल, 26 जून को झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग के विरोध में दिल्ली में आयोजित होने वाले एक प्रदर्शन को लेकर स्वरा भास्कर ने ट्वीट किया था। स्वरा ने ट्वीट कर कहा कि “भगवान के नाम पर एक और मॉब लिंचिंग। लिंचिस्तान नहीं बनेंगे। 26 जून, शाम 5 बजे दिल्ली की सड़कों पर उतरें। तबरेज अंसारी के लिए कैंडिल लाइट प्रोटेस्ट।”
Dear @ReallySwara again you are proving that your swar comes out pretty selectively. Anyways!
— Vipul Aggarwal (@ipsvipul_) June 27, 2019
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स्वरा के इस ट्वीट के बाद आईपीएस अधिकारी विपुल अग्रवाल ने ट्वीट किया कि स्वरा भास्कर का गुस्सा सिलेक्टिव है। विपुल ने कहा कि “प्रिय स्वरा भास्कर, आपने फिर से साबित कर दिया कि आपके स्वर केवल कुछ सिलेक्टिव चीजों के लिए ही निकलते हैं।”
Kaise kaise log IPS bann jaate hai. No compassion no objectivity, brazen bigotry.
— RAHUL CHAUHAN (@crahul04) June 28, 2019
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Can"t believe this man is upset over people holding a vigil for a victim of lynching.
— Sceptical Bunny (@ScepticalBunny) June 28, 2019
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Raising voice and standing against inhuman act is not. At least @ReallySwara is not bias. In the name of religion so many heinous crimes takes place. @ipsvipul_ if you consider India as a secular county, try to see where India is heading now instead of trolling.
— Tahir (@_amTahir) June 28, 2019
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विपुल के इस कमेंट के बाद यूजर्स ने आइपीएस अधिकारीयों को ही घेर लिया। साथ ही लोगों ने उनकी जमकर आलोचना करनी शुरु की दी। लोगों का कहना है कि किसने उन्हें आईपीएस बनाया।
बता दें विपुल वहीं आईपीएस अफ़सर हैं, जिन पर साल 2005 और 2006 में तुलसीराम प्रजापति फर्जी एनकाउंटर में सबूतों को नष्ट करने का आरोप लगा था। पिछले ही साल, साल 2018 में कोर्ट ने उन्हें इस केस से बरी किया है।
वहीं स्वरा भास्कर के प्रोफेशनल फ्रंट की बात करें तो वे आखिरी बार फिल्म "वीरे दी वेडिंग" में नजर आई थी। इस फिल्म में उन्हें एक इंटीमेट सीन की वजह से ट्रोल किया गया था।