मणिपुर में सुलगी हिंसा, कांग्रेस नेता थरूर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की

मणिपुर में सुलगी हिंसा, कांग्रेस नेता थरूर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की
  • मणिपुर में बवाल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की मांग की है। थरूर ने आगे कहा कि मणिपुर की जनता एक साल बाद ही बीजेपी को फिर से सत्ता में लाकर अपने साथ घोर अन्याय और विश्वासघात महसूस कर रही है। कांग्रेस नेता थरूर ने ट्विटर पर लिखा- "मणिपुर हिंसा को देखते हुए अब सही सोच वाले मणिपुर मतदाताओं को खुद से पूछना चाहिए कि उनसे जिस सुशासन का वादा किया गया था, उसका क्या हुआ?" थरूर का कहना है कि मणिपुर राज्य में राष्ट्रपति शासन का समय है, क्योंकि प्रदेश सरकार इन परिस्थितियों के लिए फिलहाल तैयार नहीं है।

मणिपुर में चल रही हिंसा प्रभावशाली समुदाय मैतई को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के प्रस्ताव के बाद शुरू हुई है। राज्य में मैतई समुदाय काफी तादाद में रहता है । इसके अनुसूचित जनजाति में शामिल होने के प्रस्ताव के विरोध में प्रदर्शन, हिंसा और उत्पाद होने लगा। जिसमें अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसाग्रस्त क्षेत्रों से स्थानीय लोगों को बाहर निकालकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

सरकार ने बढ़ती हिंसा को देखते हुए राज्य में कर्फ्यू लगा दिया है और इंटरनेट बंद कर दिया है। हालांकि, इन सब के बीच रविवार को सरकार ने स्थानीय लोगों को कुछ समय के लिए छूट दी है जिससे की वे अपनी जरूरत की सामान खरीदने के लिए घरों से बाहर निकल सके।

मणिपुर में हिंसा कम नहीं हो रही है। सरकार ने उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश जारी कर दिए है। ट्रेनें रद्द कर दी गई है, इंटरनेट ठप है। आपको बता दें मणिपुर हाईकार्ट के एक आदेश का वहां की जनजातियां विरोध कर रही है। हाईकोर्ट के इस आदेश में सरकार को निर्देश दिया गया है कि 10 साल पुरानी सिफारिश को लागू करें जिसमें गैर-जनजाति मैतई समुदाय को जनजाति वर्ग में शामिल करने की बात कही गई है। उच्च न्यायालय के इस आदेश के बाद इम्फाल घाटी में मैतई और पहाड़ी इलाकों में रहने वाली कुकी समुदाय के हिंसा भड़क उठी। मणिपुर में 53 फीसदी मैतेई आबादी है। कुकी जातीय मैतई समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा देने का विरोध कर रही है। जबकि मैतई समुदाय राज्य में प्रभावशाली और संपन्न है।

कुकी जातीय समूह में कई जनजातियां शामिल है, जिनकी संख्या 30 फीसदी है, जबकि मैतई समुदाय की संख्या 53 फीसदी है। कुकी जनजातीय लोगों का कहना है कि अगर मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजातीय समुदाय में शामिल कर लिया तो हम आरक्षण में मिली सुविधाओं से वंचित हो जाएंगे, सब को मैतई समुदाय हथिया लेगा।

छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है, सीएम बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री आज प्रचारमंत्री बन गए हैं, पूर्वोत्तर जल रहा है, हमारे जवान शहीद हो रहे हैं लेकिन पीएम कुछ नहीं बोल रहे। वे कर्नाटक के लोगों के हित में क्या करेंगे इस पर कोई चर्चा नहीं है, बस अपना प्रचार कर वोट मांग रहे हैं। हिमंता बिस्वा सरमा जवाब देने लायक व्यक्ति नहीं है, जो सत्ता के लिए दल बदले ऐसे व्यक्ति के बारे में बात कर मैं अपनी जुबान खराब नहीं करूंगा।

Created On :   7 May 2023 12:24 PM IST

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