पीएम मोदी की यात्रा से पहले अमेरिका ने भारत पर साधा निशाना- 'देश में हो रहा धार्मिक स्वतंत्रता का हनन'
- आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भी जिक्र
- अमेरिका का भारत पर निशाना
- धार्मिक स्वतंत्रता का हनन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी अगले महीने जून में अमेरिका की यात्रा पर जाने वाले हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों के लिए यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। लेकिन उनके इस महत्वपूर्ण दौरे से पहले अमेरिका की तरफ से भारत को लेकर एक ऐसा बयान आया है जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। दरअसल, अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी इंटरनेशनल धार्मिक स्वातंत्रता रिपोर्ट में भारत पर बड़ा हमला बोला है। बता दें कि हर साल जारी होने वाली इस रिपोर्ट में दुनियाभर के देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति का डॉक्यूमेंटेशन किया जाता है।
इस रिपोर्ट में दुनिया के 200 देशों जिनमें रूस, भारत, चीन और सऊदी अरब जैसे देश शामिल हैं, उनमें धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति का अध्ययन किया जाता है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के इस रिपोर्ट को जारी करने के बाद इंटरनेशनल धार्मिक स्वतंत्रता कार्यालय के राजदूत रशद हुसैन ने मीडिया से कहा, ‘कई सरकारों ने अपनी सीमाओं के भीतर धार्मिक समुदाय के सदस्यों को खुलेतौर पर निशाना बनाना जारी रखा है।’ वहीं विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा, ‘इसका उद्देश्य उन क्षेत्रों को उजागर करना है जहां जवाबदेही को बढ़ावा देने के लिए धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता का दमन किया जा रहा है और आखिरकार प्रगति को एक ऐसी दुनिया की ओर ले जाना है जहां धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता हर जगह हर किसी के लिए एक वास्तविकता हो।’
भारत को लेकर कही ये बात
हुसैन ने धार्मिक सुमदायों को निशाना बनाने वाले देशों की सरकारों में भारत की राज्य सरकारों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘भारत भर में विविध धार्मिक समुदाय से जुड़े कानून के हिमायती और धार्मिक नेताओं ने हरिद्वार शहर में मुस्लिमों के खिलाफ घोर नफरती भाषा के मामलों की निंदा की और नसीहत दी कि भारत अपनी ऐतिहासिक बहुलवाद एवं सहिष्णुता की परंपरा को बनाए रखे।’
घटनाओं का किया उल्लेख
रिपोर्ट में कहा गया कि, साल 2022 के दौरान भारत के कई राज्यों में धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के खिलाफ पुलिस द्वारा हिंसा करने की कई घटनाएं सामने आईं, जिसमें गुजरात में सादी वर्दी में पुलिस वालों ने उन मुस्लिम युवकों को सार्वजनिक रूप से मारापीटा जिन पर एक त्यौहार के दौरान हिंदू उपासकों को घायल करने का आरोप था। इसके अलावा मध्यप्रदेश के खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र भी इस रिपोर्ट में है। इसमें कहा गया कि अप्रैल 2022 में खरगोन में हुई हिंसा के बाद राज्य सरकार के आदेश पर मुस्लिम समुदाय के लोगों के घर और दुकानों पर बुलडोजर चलाए गए।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भी जिक्र
रिपोर्ट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का भी जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 के सितंबर महीने में भागवत ने हिंदूओं और मुस्लिमों के बीच सद्भाव बढ़ाने के लिए मुस्लिम समुदाय के पांच प्रमुख सदस्यों से मुलाकात की थी। इसके साथ ही रिपोर्ट में भागवत के उस बयान का भी उल्लेख किया गया है जिसमें उन्होंने सार्वजनिक तौर पर यह कहा था कि देश में हिंदुओं और मुस्लिमों के साथ धर्म के आधार पर असमान व्यवहार नहीं करना चाहिए। इस दौरान भागवत ने कहा था कि गोकशी के लिए गैर-हिंदुओं की हत्या हिंदुत्व के खिलाफ है।
Created On :   16 May 2023 1:18 PM IST