अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेल: प्रभु श्रीराम के बताए मार्ग का अनुसरण कर हम विश्वगुरु बन सकते हैं -धर्मस्व मंत्री धर्मेन्द्र लोधी
- मानस भवन में अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन का आयोजन
- संस्कृति मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी सम्मेलन को किया संबोधित
- दो दिवसीय सम्मेलन में लगाई गई है प्रदर्शनी
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रभु श्रीराम के बताए मार्ग का अनुसरण करके ही हम विश्व का नेतृत्व कर सकते हैं विश्वगुरु बन सकते हैं। रामायण में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने हमें नैतिकता का, देशभक्ति का, चरित्र का पाठ पढ़ाया है। यह बात संस्कृति, पर्यटन, धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने भोपाल के मानस भवन में आयोजित दो दिवसीय द्वितीय अंतरराष्ट्रीय रामायण सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा।
मंत्री श्री लोधी ने कहा कि सैकड़ों वर्षों की तपस्या के बाद अयोध्या में रामलला के बाल स्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पुनः हम राम राज्य की ओर बढ़ चले हैं। रामराज्य मतलब ऐसा राज्य जहां सब सुखी हों, सबका मंगल और कल्याण हो किसी को कोई कष्ट न हो।
श्री लोधी दो दिवसीय द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन में लगाये गये प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान पूर्व सांसद और मानस भवन के कार्य अध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा और देश विदेश से सनातन और रामायण से जुड़े विषयों पर कार्य कर रहे वक्ता एवं महानुभाव उपस्थित रहे।
Created On :   9 March 2024 3:50 PM IST