हादसा: वेकोलि का खाली आवास ढहा, अधेड़ की दबने से मौत

वेकोलि का खाली आवास ढहा, अधेड़ की दबने से मौत
  • परिजनों ने सडक़ पर शव रखकर किया प्रदर्शन
  • वेकोलि प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप ,मुआवजे की मांग
  • मुआवजा तय नहीं होने पर रोका अंतिम संस्कार

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। छिंदवाड़ा पेंचक्षेत्र के छिंदा स्थित वेकोलि का एक खाली मकान शुक्रवार सुबह लगभग 10.30 बजे अचानक ढह गया। मलबे में दबने से एक शख्स की मौत हो गई। परिजन और स्थानीय लोगों ने वेकोलि प्रबंधन पर लापरवाही का आरोपलगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। मुआवजे की मांग पर अड़े परिजनों ने छिंदा मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया है। परिजनों ने शनिवार को मुआवजे के आश्वासन के बाद अंतिम संस्कार का फैसला लिया है।

छिंदा में वेकोलि प्रबंधन की 2 सौ क्वाटर्स डबल स्टोरी कॉलोनी है। वेकोलि प्रबंधन ने जर्जर हो चुकी इस कॉलोनियों के कुछ ब्लॉक को खाली करवाया है। बाहरी तत्वों द्वारा यहां से खिडक़ी-दरवाजे और अन्य उपयोगी सामग्री निकाली जा रही है। शुक्रवार सुबह इन्हीं में से एक खाली मकान ढ़ह गया, जिसकी चपेट में आए 45 वर्षीय ओमप्रकाश गौतम की घटना स्थल पर मौत हो गई। ओमप्रकाश समीप के ब्लॉक स्थित एक क्वाटर में अकेला रहता था। जेसीबी की मदद से मकान के मलबे में दबे ओमप्रकाश के शव को निकाला गया। परिजनों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन व प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर छिंदा मार्ग पर शव रखकर प्रदर्शन किया। प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। रावनवाड़ा पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।

मुआवजा तय नहीं होने पर रोका अंतिम संस्कार-

ओमप्रकाश गौतम की मौत को लेकर उसके परिजन वेकोलि प्रबंधन से मुआवजा की मांग कर रहे है। मुआवजा तय नहीं होने पर मृतक के बड़े भाई और बीजी साइडिंग में पदस्थ वेकोलिकर्मी महावीर गौतम के घर में शव को फ्रीजर में सुरक्षित रखा गया है। वेकोलि प्रबंधन ने शनिवार सुबह इस मामले में चर्चा करने का आश्वासन दिया, जिसके चलते मृतक का अंतिम संस्कार रोक दिया गया। उपक्षेत्रीय प्रबंधक एके बोपट ने अंतेष्टि सहायता अनुदान के तहत 10 हजार रुपए परिजनों को प्रदान किए।

Created On :   15 Jun 2024 4:03 AM GMT

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