उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी ने इन्वेस्ट यू०पी० के नवीन कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया

मुख्यमंत्री योगी ने इन्वेस्ट यू०पी० के नवीन कार्यालय परिसर का उद्घाटन किया
  • उद्योग बन्धु से इन्वेस्ट यू०पी० का बनना अपने आप में एक रिफॉर्म: मुख्यमंत्री
  • उद्यमी मित्रों की एक साल की यात्रा पर आधारित बुकलेट का विमोचन
  • मुख्यमंत्री ने विभिन्न निवेशकों और उद्यमियों को एल०ओ०सी० तथा इन्सेन्टिव प्रदान किया

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज आप सभी नये भारत का नया उत्तर प्रदेश देख रहे हैं, यहां अपना व्यवसाय और उद्यम स्थापित कर रहे हैं। आज से सात वर्ष पहले कोई उत्तर प्रदेश पर विश्वास नहीं करता था। उस समय जब उद्यमियों और निवेशकों से बात की जाती थी, तो वे प्रदेश से निवेश ले जाने की बात करते थे। कोई भी राज्य में निवेश करने के लिए तैयार नहीं होता था। वर्तमान में हालात बदल चुके हैं। आज उत्तर प्रदेश, निवेश कैसे होना है, इसकी नजीर प्रस्तुत कर रहा है। यू०पी० ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त होना, ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी के चतुर्थ संस्करण में साढ़े दस लाख करोड़ रुपये के निवेश धरातल पर उतारना, कल्पना को हकीकत में बदलना है।

मुख्यमंत्री आज यहां पिकप भवन में इन्वेस्ट यू०पी० के नवीन कार्यालय परिसर का उद्घाटन करने के पश्चात अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज एक नई शुरुआत के रूप में उद्योग बन्धु से इन्वेस्ट यू०पी० अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आप सभी के सामने है। उद्योग बन्धु से इन्वेस्ट यू०पी० का बनना अपने आप में एक रिफॉर्म है। इसके परिणाम भी आये हैं। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर कमलों से साढ़े दस लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतरे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार देश व दुनिया के सभी निवेशकों और उद्यमियों के विश्वास पर खरा उतरते हुए उन्हें स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करायेगी।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उद्यमियों एवं निवेशकों से संवाद किया। उन्होंने औद्योगिक निवेश नीति-2022 तथा औद्योगिक निवेश नीति-2017 के तहत विभिन्न निवेशकों और उद्यमियों को एल०ओ०सी० तथा उत्तर प्रदेश फूड प्रोसेसिंग पॉलिसी के तहत विभिन्न उद्यमियों को इन्सेन्टिव प्रदान किया। उन्होंने एल०ओ०सी० और इन्सेन्टिव प्राप्त करने वाले सभी उद्यमियों और निवेशकों को बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान इन्वेस्ट यू०पी० की अब तक की यात्रा पर केन्द्रित एक ऑडियो-विजुअल प्रस्तुत किया गया तथा उद्यमी मित्रों की एक साल की यात्रा पर आधारित बुकलेट का विमोचन भी किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा के साथ बेहतरीन इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। हाइवे, एक्सप्रेस-वे, रेलवे का बड़ा नेटवर्क, सर्वाधिक एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में हैं। प्रधानमंत्री जी द्वारा परसों लोकार्पित किये गये आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट, अलीगढ़ तथा मुरादाबाद एयरपोर्ट्स से कल से प्रारम्भ हुई फ्लाइट्स फुल होकर जा रही हैं। आजमगढ़, जिसके नाम से लोग डरते थे, वह वायु सेवा से जुड़ चुका है। एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे, हाईवे, यूनिवर्सिटी वहां स्थापित हो चुकी है। श्रावस्ती जैसे छोटे जनपद में वायु सेवा प्रारम्भ हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टमेण्ट एन०सी०आर० तक सीमित था। ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में प्रदेश में सभी 75 जनपदों में निवेश हुआ है। यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश में निवेश पूरे राज्य में समान रूप से हो रहा है। यह प्रदेश के विकास के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप देश को पांच ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में उत्तर प्रदेश ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार को कड़े कदम उठाने पड़े। पुलिस रिफॉर्म के साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए मॉनिटरिंग का मैकेनिज्म तैयार करना पड़ा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में प्रदेश पहले ही चौदहवें स्थान से दूसरे स्थान पर आ चुका है। आज ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में राज्य देश के चार एचीवर्स स्टेट में सम्मिलित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग कर निवेशकों को विश्वास दिलाया गया कि उन्हें कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। प्रदेश का सिंगल विण्डो सिस्टम 'निवेश मित्र' देश का सबसे बड़ा सिंगल विण्डो प्लेटफॉर्म है। निवेशकों को इन्सेन्टिव उपलब्ध कराने के लिए 'निवेश सारथी' पोर्टल तैयार किया गया है। उद्यमी मित्र निवेशकों और उद्यमियों को विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहायक बन रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में निवेश के लिए सेक्टरवार नीतियां तैयार की हैं। इनके दायरे में निवेशकों और उद्यमियों को समयबद्ध ढंग से इन्सेन्टिव देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया जा रहा है। इसमें कोई बाधा नहीं आनी चाहिए। ऐसी बाधा प्रदेश में निवेश के साथ राज्य के विकास में बाधक होती है। इसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक उद्यमी और निवेशक के निवेश की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हर उद्यमी व निवेशक को अधिक से अधिक सुविधा, सुरक्षित वातावरण देने के साथ, अच्छा व्यवहार भी होना चाहिए। हमें सेवक के रूप में कार्य करते हुए निवेश की सुरक्षा की गारण्टी देनी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की एक जनपद एक उत्पाद योजना अपनी पहचान बना रही है। प्रदेश में एम०एस०एम०ई० के लिए आवश्यक बेस उपलब्ध है। मैनपावर यहां है। उद्योगों को लैण्ड बैंक बनाने हेतु राजस्व संहिता में जरूरी संशोधन किये गये हैं। एफ०डी०आई० की पॉलिसी लाने वाला उत्तर प्रदेश, देश का पहला राज्य है। प्रदेश में अभी और रिफॉर्म होने जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के लिए यह आवश्यक है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने कहा कि मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश की औद्योगिक एवं आर्थिक समृद्धि के सूत्रधार तथा नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के शिल्पकार हैं। उनके दूरदर्शी और बहुआयामी नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश की प्रगति का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है।

कार्यक्रम में उपस्थित उद्यमियों मनोज गुप्ता (एम०के०यू० लि०), स्मिता अग्रवाल (पी०टी०सी० इण्डस्ट्रीज) तथा वर्चुअल माध्यम से जुड़े उद्यमियों निखिल जालान (अंकुर इण्डस्ट्रीज लि०), महेश गुप्ता (केण्ट आर०ओ०) ने अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में सुरक्षा व निवेश के वातावरण की प्रशंसा की।

कार्यक्रम के अन्त में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन इन्वेस्ट यू०पी० के सी०ई०ओ० अभिषेक प्रकाश ने किया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, औद्योगिक विकास राज्य मंत्री जसवंत सैनी, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी सहित उद्यमी और निवेशक उपस्थित थे। कार्यक्रम के साथ वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों से विभिन्न प्राधिकरणों के पदाधिकारी तथा उद्यमी जुड़े हुए थे।

Created On :   13 March 2024 10:36 PM IST

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