शिवम फूड्स में कामगारों का हंगामा , कर्फ्यू में काम पर बुलाने से नाराज थे कामगार
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उमरेड रोड बहादुरा स्थित शिव फूड्स में कर्मचारियों ने ड्यूटी पर बुलाने को लेकर हंगामा किया। कामगारों का कहना था कि धारा 144 जारी होने से कंपनी बंद होनी चाहिए और 100 फीसदी कामगारों को काम पर बुलाना कर्फ्यू का उल्लंघन है। प्रबंधन से राहत नहीं मिलने पर जिला प्रशासन व पुलिस विभाग से शिकायत की गई। पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामला शांत किया।
जिलाधीश रवींद्र ठाकरे ने 31 मार्च तक कारखानों व कंपनियों में अवकाश घोषित करने को कहा है। इस दौरान संबंधित कामगारों को वेतन भी देना है। शिवम फूड्स में पारले बिस्किट बनाए जाते हैं। 23 मार्च को सभी कर्मचारियों को काम पर हाजिर होने का संदेश वाट्स एप पर मिला। तीन शिफ्ट में काम करने की जानकारी दी गई। इससे नाराज कामगार कंपनी पहुंचे और कर्फ्यू में काम नहीं करने की जिद करने लगे। कंपनी की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलने पर मामले की शिकायत जिला प्रशासन व पुलिस विभाग से की गई।
सूचना मिलते ही हुडकेश्वर पुलिस घटनास्थल पहुंची और कामगारों से चर्चा की। इसके बाद शिवम फूड्स की मैनेजर अंकिता अग्रवाल से बात की। इसी दौरान तहसीलदार व पटवारी भी घटनास्थल पहुंचे। पुलिस व तहसीलदार ने कोरोना की राेकथाम के लिए निजी आस्थापनों में अवकाश रखने की गाइडलाइन का हवाला दिया। मैनेजर ने 100 फीसदी की जगह 50 फीसदी तक कामगारों की उपस्थिति रखने का जवाब दिया। शिवम फूड्स में तीन शिफ्टों में काम होता है और फिलहाल यहां आधे कामगारों को ड्यूटी व आधे कामगारों को छुट्टी दी गई है। कामगार प्रतिनिधियों ने छुट्टी के दौरान कामगारों को पूरा मेहनताना देने की भी मांग प्रशासन के सामने रखी।
35 फीसदी कामगारों को ही काम पर रखा
कंपनी का इंटरनल मैटर था। इससे संबंधित चर्चा कामगारों से हुई। हुडकेश्वर थाने में नए पीआई आए है, इसलिए वे कंपनी में मिलने आए थे। विवाद जैसी कोई बात नहीं है। 35 फीसदी कामगारों को ड्यूटी पर आने को कहा गया है। इस मामले में किसी को दखल देने की जरूरत नहीं है। तहसीलदार भी कंपनी में पहली बार ही आए है। मैंने बुलाया नहीं था। तहसीलदार ने मैन पावर के बारे में बताया। हमें पता है क्या करना है और क्या नहीं करना है। आपको कोई दिक्कत हो तो मुझे बताइए।
-अंकिता अग्रवाल, मैनेजर, शिवम फूड्स.
जिले में सैकड़ों कंपनियों में चल रहा काम
राज्य सरकार ने कर्फ्यू का पूरा पालन करने का आदेश देने के बावजूद निजी आस्थापना व कंपनियों में काम चल रहा है। समूह में रहने पर कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना रहता था। हिंगणा क्षेत्र के कई कालेजों में स्टाफ को बुलाकर काम लिया जा रहा है। जिलाधीश के आदेश का भी उल्लंघन हो रहा है।
Created On :   23 March 2020 6:49 PM IST