"शराब बंदी के लिए महिलाओं की सक्रियता आवश्यक'

Womens activism necessary for liquor ban
"शराब बंदी के लिए महिलाओं की सक्रियता आवश्यक'
संवाद "शराब बंदी के लिए महिलाओं की सक्रियता आवश्यक'

डिजिटल डेस्क, एटापल्ली (गड़चिरोली)। गांव की महिलाएं शराबबंदी के लिए सक्रिय कार्य कर रही हैं। यह काम निरंतर करना होगा। तभी शराब बिक्री बंद होगी व कायम रहेगी। गांव का विकास होगा। ऐसा कथन मुक्तिपथ अभियान के संचालक तपोजे मुखर्जी ने किया। एटापल्ली तहसील के अतिदुर्गम गांव के रूप में पहचाने जाने वाले बांडे गांव को भंेट देकर गांव संगठन की सदस्य के साथ चर्चा की। इस समय बांडे मुक्तिपथ गांव संगठन के सदस्य पेका गुुंडरु, सैनु गुंडरु, मीनाबाई मट्टामी, मुन्नी तिगा, रामजी गुंडरु के साथ गांव संगठक किशोर मलेवार उपस्थित थे। गांव संगठन की ओर से मुखर्जी का सत्कार किया गया। इस समय शराबबंदी के साथ विभिन्न उपक्रमों के संदर्भ में उन्होंने गांव संगठन के सदस्य व ग्रामीणों से संवाद किया। वहीं हेडरी के विनोबा भावे आश्रमस्कूल को भेट देकर विद्यार्थियों से संवाद किया। इस समय स्कूल के शिक्षक उपस्थित थे।

Created On :   11 Aug 2022 4:13 PM IST

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