अमरावती में अभी से शुरू हो गया जलसंकट
डिजिटल डेस्क, अमरावती। गर्मी शुरू होने के पहले ही अमरावती शहर सहित जिले के नागरिकों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। शहर में जलापूर्ति का समय तय नहीं है। हर दिन अलग समय पर पानी आने से परेशान एक व्यक्ति ने कहा कि अधिकारियों का जब मन होता है तब पानी छोड़ देते हैं। आप आधी रात में 12 बजे या फिर रात 3 बजे, किसी भी समय पानी दो हमें मंजूर है, लेकिन एक समय तो तय करो। इस पर अधिकारी बोले मिलकर समस्या सुलझा देता हूं। इस पर सांसद नवनीत राणा और जिलाधकारी पवनीत कौर ने अधिकारियों से कहा कि पानी छोड़ने का एक समय तय करना पड़ेगा। वर्किंग महिलाओं को परेशानी होती है। अपने हिसाब से कभी भी पानी छोड़ना सही नहीं है। वह मंगलवार को जिलाधिकारी कार्यालय के नियोजन भवन में जल संकट की समीक्षा बैठक में बोल रही थीं। बैठक में मनपा आयुक्त प्रवीण आष्टीकर, जिला परिषद सीईओ अविश्यांत पंडा, निवासी उप जिलाधिकारी विवेक घोडके, महावितरण के अधीक्षक अभियंता दिलीप खानंदे सहित जिले के अधिकारी उपस्थित थे।
धारणी के प्रभाग 1, 5, 7, 10 और 11 में जलापूर्ति नहीं हो रही है। सांसद के पूछने पर अधिकारियों ने बताया कि प्रभाग 1, 5, 7 की मोटर खराब होने से परेशानी हो रही है। वहीं, जबकि प्रभाग 10 व 11 का काम जून तक पूरा होगा। सांसद ने आरोप लगाया कि अचलपुर के जलोण गांव में खराब पानी की वजह से अब तक 10 लोगों की किडनी स्टोन की वजह से मृत्यु हो चुकी है। चांदुर बाजार में 86 गांव में जलापूर्ति की समस्या है। जिस पर अधिकारियों ने 3 माह में पूरा करने का दावा किया। काम में देरी और बार-बार समयावधि बढ़ाने के सवाल पर अधिकारियों ने जमीन, अनुमति ढेरों कारण बता दिए। वहीं, चिखलदरा के कई गांवों में टैंकर से जलापूर्ति की जाएगी, लेकिन पिछली बार के टैंकरों के बिल न मिलने से आगे सप्लाई की समस्या का सवाल खड़ा किया। इस पर जिलाधिकारी कौर ने कहा कि निधि के अभाव के कारण ऐसा हो रहा है। निधि मिलते ही भुगतान कर दिया जाएगा। वहीं, पथ्रोट में ग्राम पंचायत के सरपंच व सदस्य पानी की समस्या को लेकर बैठक में पहुंचे थे, जहां अधिकारियों ने उन्हें 6 माह का आश्वासन दिया।
Created On :   22 Feb 2023 3:02 PM IST