- Home
- /
- वारी हनुमान सागर लबालब, पानी छोड़ने...
वारी हनुमान सागर लबालब, पानी छोड़ने की नौबत
डिजिटल डेस्क, हिवरखेड(अकोला)। वारी हनुमान सागर डैम परिसर में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी वापसी की बारिश ने कहर कर दिया है। पिछले सात-आठ दिनों से बांध के पानलोट क्षेत्र में हुई लगातार बारिश से बांध शत-प्रतिशत लबालब हो गया है। इस वर्ष अगस्त से सितंबर तक लगभग आठ से दस बार वान बांध के दो वक्रद्वाराे से नदीपात्र में जलविसर्ग किया गया था। वर्तमान में वारी डैम शत-प्रतिशत लबालब भर जाने से आज 9 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे पुन: वान प्रकल्प के दो वक्रद्वार प्रति 10 सेमी ऊंचाई से खोले गए है। पानी की आवक देखकर जलविसर्ग बढ़ाना या कम करने संदर्भ में आगे निर्णय लिया जाएगा। जिससे नदी तट के गांवो के नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील वान प्रकल्प के शाखा अभियंता लोणारे ने की है।
पिछले दो महीने से डैम में पानी की आवक बढ़ रही है। 20 से 25 अगस्त, 9 सितंबर, 14-15 सितंबर, 20 से 22 सितंबर के दौरान वारी डैम में आ रही पानी की आवक देखकर कम-ज्यादा पैमाने पर वक्रद्वार खाेलकर नदीपात्र में जलविसर्ग किया गया। पश्चात पुन: 25 सितंबर को रात पौने बारह बजे वान प्रकल्प के कुल दो वक्रद्वारो से प्रति 30 सेमी ऊंचाई से खोले गए थे। तब नदीपात्र में 53.21 घमी पानी का विसर्ग किया गया था। हिवरखेड से समीप अकोला, अमरावती, बुलढाणा तीन जिले के सीमा पर वारी हनुमान में वान नदी पर वान प्रकल्प है। यहां के जलाशय को हनुमान सागर नाम दिया गया है।
उक्त प्रकल्प के शुद्धजल से अकोला, बुलढाणा जिले के सैकड़ाे गांव और शहर के जनता की प्यास कई सालो से बुझाई जा रही है। इस पानी की सिंचाई से हजारो किसानों का हरितक्रांति का सपना पूर्ण हुआ है। जिससे वान प्रकल्प को वरदान प्रकल्प के रूप में पहचाना जाने लगा है। उक्त बांध हर साल शतप्रतिशत पूरा लबालब होता है। इस वर्ष मानसून शुरू होने पूर्व इस बांध में पिछले वर्ष का 34 प्रतिशत के ऊपर जलसंग्रह शेष था। अकोला जिले में इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है। बांध के पानलोट क्षेत्र में सतपुड़ा पहाड़ियो से मेलघाट क्षेत्र में अब तक संतोषकारक बारिश हुई है। पिछले सात-आठ दिनों में सतपुड़ा की पहाड़ियों में जोरदार बारिश होने से बांध का जलसंग्रह तीव्र गति से बढ़ने लगा है। अब तक जलसंग्रह 100 प्रतिशत के ऊपर पहुंचा है। पानलोट क्षेत्र में जोरदार बारिश शुरू है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार और चार-पांच दिन जमकर बारिश होने वाली है। जिससे इस वर्ष भी वारी हनुमान सागर पूरा भरने से किसानों का हरितक्रांति का सपना पूरा होने वाला है।
Created On :   11 Oct 2021 2:58 PM IST