वीएचए में नहीं थम रहा विवाद, शीघ्र चुनाव के लिए आवेदन

Vidarbha Hockey Association term of the present executive has expired last month
वीएचए में नहीं थम रहा विवाद, शीघ्र चुनाव के लिए आवेदन
वीएचए में नहीं थम रहा विवाद, शीघ्र चुनाव के लिए आवेदन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ हॉकी एसोसिएशन में जारी सत्ता संघर्ष के बीच सहायक धर्मादाय आयुक्त के पास जल्द चुनाव करवाने के लिए आवेदन दिया गया है। मौजूदा कार्यकारिणी का कार्यकाल पिछले महीने समाप्त हो चुका है, इस बीच कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा अध्यक्ष और सचिव को बर्खास्त करने की घटना ने हॉकी प्रेमियों को निराश कर दिया। हॉकी प्रेमी सारे घटनाक्रम को चुनाव जल्द करवाने की रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं, लेकिन वीएचए के उपाध्यक्ष डॉ. ए.पी. जोशी ने इसे केवल चुनाव करवाने की रणनीति का हिस्सा नहीं माना है। उनके अनुसार एसोसिएशन को अराजकता से बचाने, आर्थिक व्यवहार को पारदर्शी बनाने और हॉकी के विकास के लिए यह कदम उठाया गया।

गुटबाजी के कारण बैठकें नहीं हुईं
लंबे समय बाद वीएचए के आजीवन सदस्य, पंजीबद्ध जिलों और क्लब के प्रतिनिधियों ने हॉकी को आगे बढ़ाने में सक्षम लोगों को चुनकर दिया, लेकिन आपसी गुटबाजी के कारण पहले कार्यकारिणी की बैठकें बंद हुईं और अब बात अध्यक्ष व सचिव की बर्खास्तगी तक पहुंच गई, क्योंकि वीएचए लंबे समय से बी.सी. भरतिया और राधेश्याम सारडा गुट में आपसी प्रतिद्वंदद्विता चल रही है और पिछली बार के चुनाव में भरतिया पैनल के पांच व सारडा पैनल के आठ उम्मीदवार चुनकर आए, इसलिए आपसी तालमेल बना पाना शुरू से मुश्किल काम रहा। कुछ महीनों तक मामला ठीक-ठाक रहा, लेकिन कार्यकारिणी के एक साल का कार्यकाल पूरा होता देख सारडा गुट के सदस्यों ने बैठक बुलवाने को लेकर अपनी आवाज बुलंद की।

मजबूर होकर बर्खास्त करना पड़ा
वीएचए उपाध्यक्ष जोशी के अनुसार अगस्त के बाद से सचिव विनोद गवई ने कार्यकारिणी की बैठक नहीं बुलाई और हमें मजबूर होकर उन्हें और अध्यक्ष को बर्खास्त करना पड़ा। हमने कई बार उन्हें लिखित रूप से आवेदन किया, लेकिन निराशा हाथ लगी। उन्होंने अध्यक्ष व सचिव की बर्खास्तगी को संवैधानिक ठहराते हुए कहा कि कार्यकारिणी के पास एंटी एसोसिएशन कार्य में लिप्त सदस्यों को निकालने का अधिकार सुरक्षित होता है। हालांकि कार्यकारिणी यह अधिकार अध्यक्ष और सचिव की उपस्थिति में उपयोग कर सकती है, लेकिन डॉ. जोशी के अनुसार अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष के पास बैठक की अध्यक्षता करने का पूरा अधिकार होता है।

पूरा घटनाक्रम असंवैधानिक : गवई 
दूसरी ओर वीएचए सचिव विनोद गवई ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे असंवैधानिक करार दिया। उन्होंने कहा कि इससे कुछ हासिल नहीं होगा। सारडा गुट के कार्यकारिणी सदस्यों पर कार्रवाई के संबंध में श्री गवई ने कहा कि अब क्योंकि कार्यकारिणी का कार्यकाल ही समाप्त हो गया है, इसलिए हमने चुनाव करवाने के लिए आवेदन किया है। जब तक सहायक धर्मदाय आयुक्त कार्यालय से चुनाव को लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं होती, तब तक अध्यक्ष और सचिव अपनी जिम्मेदारी संभालते रहेंगे।

Created On :   22 Dec 2018 4:07 PM IST

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