उत्तर बस्तर कांकेर : वनाधिकार पट्टा मिलने से खुश हैं दुकालू राम और जयदेव : जमीन से बेदखली का अब भय नहीं

डिजिटल डेस्क, कांकेर। उत्तर बस्तर कांकेर 27 जुलाई 2020 जिले के दुर्गूकांदल विकासखण्ड के ग्राम सुरूगदोंह निवासी 50 वर्षीय किसान दुकालूराम और 60 वर्षीय किसान जयदेव आरदे वन अधिकार पट्टा मिलने से बहुत खुश हैं, अब वे जमीन से बेदखल करने की चिंता से मुक्त हो चुके हैं और आधुनिक तरीके से खेती कर आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हो रहे हैं। सुरूंगदोह निवासी दुकालूराम और जयदेव ने बताया कि वर्षों से काबिज जमीन पर खेती करते आ रहे थे, लेकिन सरकारी रिकार्ड में वन विभाग की जमीन होने के कारण उन्हें बेदखल कर दिया जाता था, इससे हमेशा भय बना रहता था। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की सरकार द्वारा उन्हें वन अधिकार पट्टा दिया गया है, अब वे बेदखल होने की चिंता से मुक्त हो चुके हैं। ग्राम सुरंगदोह में दुकालूराम को 4.38 हेक्टेयर और जयदेव आरदे को 4.65 हेक्टेयर जमीन का वनाधिकार पट्टा मिला है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अंतर्गत कृषक दुकालूराम और जयदेव के खेत का समतलीकरण एवं तालाब निर्माण का कार्य किया गया है, साथ ही सौर ऊर्जा का लाभ भी दिया गया है। उनके द्वारा खरीफ व रबी दोनों सीजन में धान एवं मक्का की खेती की जा रही है, इसके अलावा उड़द, मूंग, रागी और खेत के मेड़ों मे अरहर की फसल ली जाती है तथा तालाब में मछली पालन किया जा रहा है। दुकालूराम एवं जयदेव ने बताया कि रबी सीजन में उनके द्वारा 2-2 हेक्टेयर में मक्का फसल प्रदर्शन भी लिया गया था, जिसमें कृषि विभाग के अधिकारियों का सराहनीय सहयोग रहा। वन अधिकार पट्टा मिलने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्होंने कहा कि जमीन की बेदखली से चिंता मुक्त होकर वे आधुनिक तरीके से खेती कर रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है और वे बहुत खुश हैं।
Created On :   28 July 2020 2:45 PM IST