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हाथरस गैंगरेप: मानव अधिकार आयोग ने योगी सरकार को जारी किया नोटिस, 4 हफ्ते में मांगा जवाब
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित लड़की से हुए सामूहिक दुष्कर्म और बेहरमी से हत्या करने की घटना का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने संज्ञान लेते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार को नोटिस जारी किया है। सरकार को 4 हफ्तों के अंदर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
मृतका के परिवार और गवाहों को सुरक्षा दी जाए- NHRC
मानव अधिकारआयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि, मामला दो समुदायों के बीच का है इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतका के परिवार और गवाहों को पर्याप्त सुरक्षा दे। डीजीपी को व्यक्तिगत रूप से इस मामले को देखने के लिए कहा गया है ताकि शीघ्र सुनवाई सुनिश्चित की जा सके और दोषियों को बिना देरी के अदालत द्वारा दंडित किया जा सके। नोटिस में यह भी कहा गया है कि, मौजूदा हालात को देखते हुए मृतका के परिवार के साथ-साथ गांव में रहने वाले अनुसूचित जाति के अन्य सदस्यों को भी उचित सुरक्षा दी जाए।
देर रात युवती के अंतिम संस्कार से बढ़ा आक्रोश
महानिरीक्षक पीयूष मोर्डिया ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए दुष्कर्म की बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि, आरोपियों ने युवती का गला घोंटा था। उन्होंने कहा, पीड़िता ने चार आरोपियों के नाम लिए थे, चारों को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने कथित तौर पर देर रात अंतिम संस्कार कर दिया और इससे राष्ट्रीय आक्रोश फैल गया।
पीड़ित परिवार को मुआवजा और नौकरी
परिवार ने दावा किया कि, उन्हें आखिरी बार लड़की का चेहरा देखने और विधि-विधान से दाह संस्कार करने की अनुमति नहीं दी गई। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी ने पीड़िता के पिता से बात कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही परिवार के लिए 25 लाख रुपये मुआवजे और एक सदस्य के लिए नौकरी की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है।
ये है पूरा मामला
14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras) में चंदपा थाना क्षेत्र की रहने वाली 19 वर्षीय युवती को दरिंदों के हवस का शिकार बनाया। युवती पशुओं का चारा लेने खेत पर गई थी, इसी दौरान गांव के ही चार युवकों ने युवती को उसके गर्दन में पड़े दुपट्टे से खींच लिया। गैंगरेप के बाद हैवानों ने युवती की जीभ काटी, रीढ़ की हड्डी तोड़ी, गला घोंटने की कोशिश की। जिससे वह न तो बोल सके और न ही चल सके। वारदात के बाद युवती कई दिनों तक बेहोश रही। शुरुआती इलाज के लिए उसे अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
21 सितंबर को युवती के होश में आने के बाद की गई डॉक्टरी परीक्षण के दौरान मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। युवती ने आरोपियों के नाम बताए। बाद में हालत बिगड़ने पर सोमवार को उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में रेफर किया गया। मंगलवार सुबह करीब 4 बजे युवती की मौत हो गई। घटना यहीं नहीं खत्म हुई। मौत के बाद युवती का पुलिस ने जबरन रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया। जिसके बाद से लोगों में और गुस्सा फूट पड़ा है।
आरोपियों की पहचान
गैंगरेप करने वाले आरोपियों की पहचान पीड़िता के गांव के ही रहने वाले लवकुश, संदीप, रवि और रामू के रूप में हो चुकी है। आरोपियों को दुष्कर्म, हत्या के प्रयास और एससी/एसटी अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है।
Created On :   1 Oct 2020 12:47 PM IST