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अनोखा शादी का कार्ड, जो सोशल मीडिया पर बना चर्चा का विषय
डिजिटल डेस्क भोपाल। आमतौर पर शादी चूंकि एक बार ही हुआ करती है, लिहाजा इसे यादगार बनाने के लिए लोग कोई कसर नहीं छोड़ते। चाहे फिर बात जेब की हो या दिमाग की, खर्च करने में पूरी ताकत लगाते हैं। कोई हवाई जहाज और स्वीमिंग पूल को चुनता है तो कोई अंतरिक्ष को। लेकिन मध्यप्रदेश के सागर में एक मुस्लिम नौजवान की शादी की चर्चा अलहदा वजह से है। और वो है न्यौता...निमंत्रण पत्र...इन्विटेशन कार्ड।
दरअसल 7 मई को होने वाली इस शादी के कार्ड हिंदी भाषा में छपवाए गए हैं। नूर चश्म की जगह सुपुत्र और रहमत के बजाए कृपा जैसे शब्दों का इस्तेमाल इस अपील के साथ किया गया है कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, इसका सम्मान करें। कार्ड में बड़ा ही स्पष्ट लिखा है हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है। इसका सम्मान करें । इसी तरह एक और स्लोगन लिखा है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। आमंत्रण में देश और समाज के प्रति अपने सरोकारों का भी ध्यान रखा गया है। आदिम जाति कल्याण विभाग के डीओ के पद से रिटायर हुए मोहम्मद सलीम खान ने अपने घर का नाम भी भारत सदन रखा है।
उनके बेटे आमिर खान की शादी का कार्ड सागर से निकलकर अब सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बन गया है। आमतौर पर वे मुस्लिम भी जो कम पढ़े लिखे होते हैं शादी का कार्ड उर्दू में छपवाते हैं, या इंग्लिश में। हिंदी से परहेज किया जाता है।
आज के दौर में अंग्रेजी का प्रयोग एक स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है वहां ऐसा उदहारण प्रस्तुत करना वो भी एक मुस्लिम समाज के युवा आमिर द्वारा सराहनीय है। भाषा हमें रोशनख़याल बनाती है या के हमारे नजरिए को तंग कर देती है ? आमिर की शादी के कार्ड अल्लाह तआला भी "असीम कृपा " कर सकते हैं। आपके दीदार और इस्तकबाल के लिए "स्वागताकांक्षी" मुहम्मद सलीम खान और विनीत "श्रीमती" नसीम खान भी हो सकते हैं। 7 मई को सागर में आमिर और फरहीन खान का प्रीतिभोज यानि वलीमा है घोषित रूप से शाकाहारी।
यह परिवार भाषा को सहज संवाद में बाधा बनने देना नहीं चाहता। कार्ड में फरजंद नहीं "सुपुत्र" है। आपकी मौजूदगी वाइसेमसर्रत की जगह...आपकी उपस्थिति हमें गौरवान्वित कर रही है। आमंत्रण, स्नेह, भावनाएं वही हैं बस भाषा हिंदी है।
Created On :   2 May 2018 3:54 PM GMT