छत्रशाल महाविद्यालय में दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम सम्पन्न

Two day faculty development program completed in Chhatrashal College
छत्रशाल महाविद्यालय में दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम सम्पन्न
पन्ना छत्रशाल महाविद्यालय में दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम सम्पन्न

डिजिटल डेस्क,पन्ना। छत्रसाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय पन्ना में प्राचार्य डॉ. एच.एस. शर्मा के संरक्षण एवं निर्देशन में वाणिज्य विभाग द्वारा भारतीय परिदृश्य में बौद्धिक संपदा अधिकारों का महत्व विषय पर दो दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 14 एवं 15 मार्च को किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एकेएस विश्वविद्यालय सतना के कुलपति डॉ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव एवं विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग डॉ. ए.के. खरे एवं मुख्य वक्ता डॉ. आर.पी. गुप्ता विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग शासकीय कन्या महाविद्यालय रीवा एवं डॉ. लक्ष्मी नारायण शर्मा डायरेक्टर कौशल विकास एकेएस विश्वविद्यालय सतना रहे। प्रथम दिवस कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना एवं सरस्वती पूजन द्वारा हुआ तदुपरांत विषय प्रवर्तन वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सचिन गोयल द्वारा किया गया। महाविद्यालय के आइक्यूएसी सेल के इंचार्ज डॉ. पी.पी. मिश्रा द्वारा उपस्थित जनों को फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम क्या होता है इससे सभी को परिचित कराया एवं कॉपीराइट के साथ-साथ कॉपी लेफ्ट के विषय में भी बताया गया। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित डॉ. आर.पी. गुप्ता द्वारा बौद्धिक संपदा के व्यवहारिक बातों का ज्ञान छात्रों को कराया एवं रीवा जिले में जिन छात्रों द्वारा अपनी बौद्धिक संपदा का पेटेंट कराया गया है कि जानकारी प्रदान की। विशिष्ट अतिथि डॉ. ए.के. खरे द्वारा जिंदगी में हर व्यक्ति संघर्ष करता है लेकिन उस संघर्ष में हर व्यक्ति को जीत हासिल नहीं होती है जो अपने बौद्धिक बल से कार्य करते हैं उन्हें सफलता अवश्य मिलती है।

मुख्य अतिथि डॉ. हर्षवर्धन श्रीवास्तव द्वारा बौद्धिक संपदा के इतिहास से श्रोताओं को परिचित कराया गया एवं पेटेंट कराने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई। अंत में महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य एवं रूसा प्रभारी डॉ. एस.पी.एस. परमार द्वारा उपस्थित मुख्य अतिथि एवं समस्त वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया। दूसरे दिन के कार्यक्रम में प्रथम वक्ता के रूप में डॉ. ए.पी. सिंह स्टेट टैक्स ऑफिसर कटनी ने मेक इन इंडिया को बौद्धिक संपदा से जोड़ कर समझाया। दूसरे वक्ता के रूप में डॉ. आर.पी. अहरवाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दमोह द्वारा पीपीटी के माध्यम से बौद्धिक संपदा को समझाया। डॉ. एस.एस. राठौर प्राध्यापक हिंदी विभाग छत्रसाल महाविद्यालय द्वारा कविताओं के माध्यम से छात्रों को बौद्धिक संपदा को समझाया। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एच.एस. शर्मा द्वारा रामचरितमानस  के दोहों के माध्यम से बौद्धिक संपदा से सभी को परिचित कराया। इस दौरान महाविद्यालय सहित बाहर से आए विभिन्न प्राध्यापकगण उपस्थित रहे। 

Created On :   18 March 2023 3:23 PM IST

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