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आदिवासी विद्यार्थियों को कोरोना काल का मानधन तत्काल दिया जाए
डिजिटल डेस्क, अमरावती। आदिवासी विकास विभाग अंतर्गत आदिवासी विद्यार्थियों के लिए पंडित दीनदयाल स्वयं योजना चलाई जाती है। इस योजना के तहत विद्यार्थियों को मानधन दिया जाता है। लेकिन कोरोना काल में इन विद्यार्थियों की शिक्षा ऑनलाइन लेने की उपाय योजना चलाई गई। ग्रामीण इलाकों के आदिवासियों को पिछले वर्ष का अब तक कोई अनुदान नहीं मिल पाया है। इस कारण यह अनुदान मिलने की मांग विद्यार्थियों ने जिलाधीश पवनीत कौर को सौंपे ज्ञापन में की है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि आदिवासी प्रकल्प कार्यालय धारणी अंतर्गत आदिवासी विद्यार्थियों के छात्रावास पिछले अनेक साल से किराया तत्व पर चलाए जाते हैं। किराए पर जिन ठेकेदारों द्वारा छात्रावास लिए गए हैं। वहां विद्यार्थियों को अनेक असुविधा रहती है। अमरावती शहर में 10 से 12 इमारत किराए पर हंै। आदिवासी उपाय योजना की निधि प्रकल्प स्तर पर घर मालिक के जेब में जाती है। अनेक वर्षो से नवसारी छात्रावास 500 विद्यार्थियों के क्षमता का रहने के बाद भी वहां खुली जगह पर स्वतंत्र छात्रावास निर्मित नहीं किया गया है। वार्डन 50 से 60 छात्राआें को स्वतंत्र इमारत किराए से लेकर अपना कामकाज चलाता है। इस कारण किराया तत्व पर छात्रावास ठेकेदारों को न देते हुए आदिवासी विकास विभाग द्वारा यह छात्रावास चलाने की मांग भी ज्ञापन में की गई है। ज्ञापन सौंपनेवालों में अर्जुन युवनाते, अरविंद राठोड, कल्पना बैठेकर, राधा उईके, वंदना मावस्कर, ममता चिमोटे, आम्रपाली मावस्कर, रेणुका धिकार, पूजा बुटकुले, प्रेरणा बेंदरे सहित अन्यों का समावेश था।
Created On :   1 Feb 2022 8:13 AM GMT