मनपा के पंचनामें में पेड़ कटाई का दावा

Tree felling claim in Municipal Corporations Panchnama
मनपा के पंचनामें में पेड़ कटाई का दावा
जेसीबी से पेड़ उखाड़ने का मामला मनपा के पंचनामें में पेड़ कटाई का दावा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  नारा श्मशान घाट के पास 4-5 एकड़ में बिना अनुमति जेसीबी से 150 पेड़ों को उखाड़ने का मामला खासा गर्माया। ‘दैनिक भास्कर’ में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेकर अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पंचनामा किया। हालांकि, अधिकारियों ने 27 पेड़ों की अवैध कटाई होने का दावा किया है। इसमें बबूल, सुबबुल, किन्हीं सहित अन्य प्रजातियों के पेड़ शामिल हैं। काटे गए पेड़ों में 3-4 हेरिटेज पेड़ होने की जानकारी सामने आयी है। फिलहाल पंचनामा कर अधिकारियों ने जमीन मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए मनपा उद्यान विभाग की टीम रात में जरीपटका पुलिस थाने में डटी रही। समाचार लिखे जाने तक प्रक्रिया जारी थी। 

शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए
सोमवार को नारा श्मशाम घाट के पास अवैध पेड़ कटाई का मामला गर्माता रहा। सुबह से यहां चहल-पहल देखी गई। ‘दैनिक भास्कर’ में प्रकाशित खबर के आधार पर मनपा उद्यान विभाग की टीम पंचनामा करने घटनास्थल पर पहुंची। सुबह से शाम तक अधिकारी डटे रहे। लोगों ने चर्चा में बताया कि, यहां करीब 150 पेड़ थे, लेकिन अधिकारी ने बनाए पंचनामे में 27 पेड़ों की अवैध कटाई करने का दावा किया गया। मामले में शिकायतकर्ता सचिन खोब्रागड़े, जमीन मालिक दुर्गाप्रसाद जायस्वाल सहित चार-पांच लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। 

जमीन मालिक ने जेसीबी के उपयोग की पुष्टि की : रिपोर्ट के अनुसार दुर्गाप्रसाद जायस्वाल ने दावा किया कि, खेती करने के लिए उसने पेड़ों को काटा है। इसकी अनुमति लेने की मुझे जानकारी नहीं थी। हालांकि उसने जेसीबी से पेड़ उखाड़ने की उसने पुष्टि की है, लेकिन जगह बस्ती और शहर में होने से उसके दावे पर संदेह किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि, जायस्वाल ने ही यह पेड़ काटे हैं। जगह पर जेरी प्रॉफिट ग्रुप नामक बिल्डर का बोर्ड लगा है, उसकी टाउनशिप इसके पीछे है, इसलिए उसका इस मामले से कोई संबंध नहीं है। वह अपना बोर्ड हटाने वाला है।  फिलहाल मनपा उद्यान विभाग की टीम ने रिपोर्ट बनाकर जमीन मालिक के खिलाफ जरीपटका पुलिस थाने में शिकायत की है। महाराष्ट्र नागरी वृक्ष जतन कायदा 1975 अंतर्गत मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी थी। समाचार लिखे जाने तक यह प्रक्रिया जारी थी। 

 


 

Created On :   28 Feb 2023 11:38 AM IST

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