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अत्यंत सार्थक और महत्वपूर्ण रहा आज का विचार-मंथन इछावर, सीहोर में विचार मंथन के पश्चात मंत्रीगण ने किए विचार व्यक्त!
डिजिटल डेस्क | मन्दसौर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में का विचार-मंथन अत्यंत सार्थक तथा महत्वपूर्ण रहा। इसमें प्राप्त मार्गदर्शन और सुझावों के आधार पर प्रदेश की भावी रणनीति बनाई जाएगी, जिसके तहत एक ओर कोरोना की संभावित तीसरी लहर को प्रभावहीन किया जाएगा। प्रदेश के विकास को गति दी जाएगी और विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाएँ एवं कार्यक्रम संचालित किए जाएँगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ आज इछावर, सीहोर में हुए विचार-मंथन के पश्चात मंत्रि-परिषद के सदस्यों ने विचार व्यक्त किए। वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में विचार मंथन अत्यंत उपयोगी रहा। कोरोना काल में प्रदेश में राजस्व में कमी आई लेकिन आवश्यक खर्चों को कम नहीं किया गया। आज इस बात पर विचार मंथन किया गया कि मध्यप्रदेश सरकार की आय कैसे बढ़े, कृषि एवं उद्योग को किस प्रकार बढ़ावा दिया जाए और रोजगार के अवसर कैसे बढ़ाए जाए।
शासकीय योजनाओं का किस प्रकार प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए और इन्हें नीचे तक पहुँचाए जाने के विषय पर भी चर्चा की गई। राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने कहा कि कोरोना के कारण प्रदेश में राजस्व प्राप्ति पर अत्यंत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। राजस्व वृद्धि के प्रयास किए जाएँगे, साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि जनता पर अतिरिक्त भार नहीं आए। आगामी एक, दो एवं तीन जुलाई को कोरोना टीकाकरण का महाअभियान चलाया जाएगा। गाँव-गाँव तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुँचाने के उद्देश्य से प्रदेश में सी.एम. राइज स्कूल खोले जाएंगे। प्रदेश में रोजगार बढ़ाने के लिए भी सघन प्रयास किए जाएँगे।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार ने कोरोना पर लगभग संपूर्ण नियंत्रण किया है। मध्यप्रदेश में तीसरी लहर न आए, इसके लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे। जनता में यह जागरूकता लाई जा रही है कि सभी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें और सभी कोरोना अनुकूल व्यवहार करें। कोरोना नियंत्रण के मध्यप्रदेश के मॉडल की देशभर में सराहना हुई है। प्रदेश में कोरोना की लड़ाई जनता के सक्रिय सहयोग से सफलतापूर्वक लड़ी गई है। यह जन-आंदोलन बना है। कोरोना नियंत्रण में प्रदेश, जिला, ब्लॉक और ग्राम स्तर पर बनाए गए क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों की सराहनीय भूमिका रही है, यह आगे भी कार्य करते रहेंगे। किल-कोरोना अभियान के अंतर्गत कोरोना मरीजों की पहचान एवं तुरंत उपचार निरंतर जारी रहेगा। जहाँ आवश्यकता होगी कोविड केयर सेंटर चलते रहेंगे। कोरोना की टेस्टिंग सघन रूप से जारी रहेगी। पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थाओं को और मजबूत बनाया जाएगा।
इसके लिए योजना केवल जिलावार न होकर स्वास्थ्य संस्थावार बनाई जाएगी। बिस्तरों की वृद्धि, आई.सी.यू बिस्तरों की वृद्धि, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ ही उत्पादन भी किया जाएगा। कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका को देखते हुए बच्चों के वार्ड, आई.सी.यू. आदि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। बच्चों के उपचार के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को विशिष्ट प्रशिक्षण दिया जाएगा। सभी आवश्यक दवाईयों की आपूर्ति की जाएगी। इलाज के लिए एलोपैथी, आयुर्वेद, होम्योपैथी चिकित्सा पद्धतियों का समन्वित प्रयोग किया जाएगा। आगामी एक, दो, तीन जुलाई को वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया जाएगा।
वैक्सीन ही कोरोना की लड़ाई का सबसे कारगर और अंतिम हथियार है। संपूर्ण मध्यप्रदेश में वैक्सीन लगाया जाएगा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण के पश्चात आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की कार्ययोजना पर तेजी से अमल किया जाएगा। इस विचार मंथन में मध्यप्रदेश के विकास, जन-कल्याणकारी योजनाएँ आदि कई विषयों पर चर्चा की गई। प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों पर विशेष जोर दिया जा रहा है। केन्द्र से हमें 11 कलस्टर मिले हैं, जिनमें अलग-अलग जिलों में अलग-अलग गतिविधियाँ हैं।
Created On :   16 Jun 2021 2:45 PM IST