- Home
- /
- जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में...
जिले में उर्वरक पर्याप्त मात्रा में भण्डारण है, किसान उर्वरक का सही चयन कर लागत कम करे!
डिजिटल डेस्क | इंदौर संभाग के धार जिले में रबी सीजन हेतु रासायनिक उर्वरकों का माहवार लक्ष्य निर्धारित कर पर्याप्त मात्रा में भण्डारण किया जा रहा है तथा उर्वरक प्राप्ति की प्रक्रिया निरंतर जारी है। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि रबी सीजन की तैयार हेतु रबी की विभिन्न फसलों जैसे गेहूँ, चना, मटर के लिये वैज्ञानिक अनुशंसा अनुसार फसलवार उर्वरक की अनुशंसित मात्रा को उर्वरक के विभिन्न समूह में दर्शित उर्वरक की उपलब्धता अनुसार फसलवार उर्वरकवार, अनुशंसित मात्रा प्रति हेक्टेयर दी गई हैं। रबी सीजन में फसल अनुसार उर्वरक का चयन कर किसान भाई अपनी लागत कम कर सकते है।
जैसे गेहूँ फसल सिंचित हेतु मुख्य तत्व एन.पी.के. 120:60:40 किग्रा तत्व / हेक्टेयर की आवश्यकता होती हैं। इस हेतु किसान भाई विकल्प के रूप में यूरिया उर्वरक 4 बेग 30 किग्रा. डी.ए.पी 2 बेग 30 किग्रा, पोटाश 1 बेग 17 किग्रा या विकल्प-2 के रूप में यूरिया उर्वरक 5 बेग 35 किग्रा, सिंगल सुपर फास्फेट 7 बेग 25 किग्रा, पोटाश बैग 17 किग्रा या विकल्प 3 रूप में यूरिया उर्वरक 5 बेग 16 किया, 12:32:16 उर्वरक 3 बैग 30 किग्रा पोटाश 17 किग्रा प्रति हेक्टेयर एवं चना फसल सिंचित हेतु 20:60:0 किग्रा / हेक्टेयर तत्व की आवश्यकता होगी, यूरिया 1 बेग सिंगल सुपर फास्फेट 7 बेग 25 किग्रा या डी. ए.पी 2 बेग 30 किग्रा / हेक्टेयर किसान भाई उर्वरक का उपयोग कर सकते हैं।
मटर फसल हेतु 20-40:20 किग्रा एन.पी. के तत्व की आवश्यकता होगी ।इसकी पूर्ति हेतु 1 बेग यूरिया एवं 5 बेग सिंगल सुपर फास्फेट तथा 33 किग्रा पोटाश प्रति हेक्टेयर या 9 किग्रा यूरिया, 1 बेग 37 किग्रा डी.ए.पी. पोटाश 35 किया उर्वरक की उपलब्धता अनुसार किसान भाई उपयोग कर सकते हैं।
वर्तमान में जिले में सहकारी एवं निजी क्षेत्र में यूरिया 10518 मेट्रिक टन, डी.ए.पी. 3867 मेट्रिक टन, पोटाश 2641 मेट्रिक टन, एन.पी.के. 3000 मेट्रिक टन, सि.सु.फा. 11560 मेट्रिक टन उर्वरक उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि बताये गये विकल्प में जहाँ सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक को रखा गया है, वह उर्वरक सुलभता से उपलब्ध रहता है एवं सस्ता उर्वरक होने के साथ-साथ फास्फोरस एवं सल्फर दो प्रकार के पोषक तत्व पाये जाते हैं। किसान भाई इस विकल्प में दर्शित उर्वरकों का उपयोग करने से लगभग 700 रुपए की बचत होती है। जिससे खेती की लागत को कम करते हुये खेती को लाभ का धंधा बना सकते हैं।
Created On :   16 Oct 2021 3:01 PM IST