सीटीपीएस से निकली राख से पाटे जाएंगे सड़कों और खदानों के गड्‌ढे

The pits of roads and mines will be bridged with the ash released from CTPS
सीटीपीएस से निकली राख से पाटे जाएंगे सड़कों और खदानों के गड्‌ढे
बैठक में चर्चा सीटीपीएस से निकली राख से पाटे जाएंगे सड़कों और खदानों के गड्‌ढे

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर।  चंद्रपुर महाऔष्णिक विद्युत केंद्र (सीटीपीएस) में बिजली उत्पादन के दौरान निकलने वाली राख से सड़कों और खदानों के गड्‌ढांे को पाटे जाने के लिए उपयोग में लाया जाएगा। इस संबंध में हाल ही में सीटीपीएस के हिराई विश्रामगृह में महानिर्मिती कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी, एनएचएआई, वेकोलि तथा सीमेंट कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों की हुई बैठक में बिजली केंद्र के राख का उपयोग राष्ट्रीय महामार्ग निर्माण और वेकोलि माइन के गड्ढे बुझाने के लिए किए जाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इस समय वेकोलि के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि वेकोलि की बंद पड़ी खदान के गड्ढे को पाटने के लिए सीटीपीएस की राख का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए सीटीपीएस द्वारा राख की आपूर्ति की जाएगी। प्रायौगिक तौर पर इसका उपयोग शुरू हो गया है। ज्ञात हो कि वेकोलि की अनेक ओपन कास्ट माइन से कोयला निकालने के बाद वहां भारी गड्ढे पड़े हंै। इससे वह जमीन निरुपयोगी पड़ी हैं। यदि विशालकाय गड्ढों राख से पाट दिया जाता है, तो यह जमीन किसी अन्य काम में उपयोग हो सकती हंै। इसकी मांग कई बार पर्यावरणविदों ने की थी। इस समय सीटीपीएस केंद्र परिसर की राख के विषय पर सभी सीमेंट कंपनी जैसे एसीसी, अंबुजा, अल्ट्राटेक, मानिकगढ़ और दालमिया के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर राख को उठाने का निर्णय लिया गया। सीटीपीएस की ओर से उचित मदद का आश्वासन दिया गया। इस बैठक में महानिर्मिती कंपनी मुख्यालय के अधिकारी संचालक, संचालन व प्रकल्प संजय मारुडकर, संचालक वित्त बालासाहब थिटे, कार्यकारी संचालक पर्यावरण व सुरक्षितता डाॅ.नितीन वाघ, कार्यकारी संचालक तथा मुख्य अभियंता सीटीपीएस पंकज सपाटे आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

Created On :   12 Dec 2022 2:28 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story