मलेरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी, 2 बच्चों की मौत

The number of malaria patients increased rapidly, 2 children died
मलेरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी, 2 बच्चों की मौत
संक्रामक बीमारी मलेरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी, 2 बच्चों की मौत

डिजिटल डेस्क, भामरागढ़।   घने जंगलों व पहाड़ियों से घिरे आदिवासी बहुल भामरागढ़ तहसील में इन दिनों मलेरिया पैर पसारने लगा है। 1 से 31 जुलाई की कालावधि में तहसील में कुल 1 हजार 188 मलेरिया से बाधित मरीज पाये गये हैं। मलेरिया के इंडेमिक जोन में शामिल होने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय रहते कोई उपाययोजना नहीं किये जाने से मलेरिया बाधित मरीजों की संख्या तीव्र गति से बढ़ने लगी है। चौंकाने वाले आंकड़े सामने आते ही अब स्वास्थ्य महकमा सकते में आ गया है। मलेरिया बाधित गांवों में विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविरों के आयोजन के साथ आदिवासियों को मच्छरदानी का वितरण भी शुरू किया गया है। 

उल्लेखनीय है कि, जुलाई माह में मलेरिया से पीड़ित 2 बालकों की मृत्यु भी हुई थी। अस्पतालों में डाॅक्टरों व कर्मचारियों के अभाव के साथ दवाइयों का अभाव भी होने से मलेरिया का प्रकोप तहसील में बढ़ता जा रहा है।  भामरागढ़ तहसील में एक ग्रामीण अस्पताल होकर 3 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और एक प्राथमिक स्वास्थ्य दल कार्यरत है। इन सभी अस्पतालों के तहत 20 स्वास्थ्य उपकेंद्र भी कार्यरत है। मात्र उक्त सभी अस्पतालों में डाक्टरों व कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त नहीं है। गांवों में शुरू किये गये अस्पतालों में दवाइयों का अभाव होने से मामूली बुखार से पीड़ित मरीजों को भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा ग्रामीण अस्पताल का रुख करने की सलाह दी जा रहीं है। तहसील में लाहेरी, आरेवाड़ा और मन्नेराजाराम गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है।

1 से 31 जुलाई की बीच किये गये सर्वेक्षण के दौरान लाहेरी में 446, आरेवाड़ा में 237, मन्नेराजाराम में 2 और भामरागढ़ ग्रामीण अस्पताल के तहत 486 ऐसे कुल 1 हजार 188 मलेरिया से पीड़ित पाये गये हंै। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इसमें पीवी प्रकार के 78 तो पीएफ प्रकार के 1 हजार 110 मरीजों का समावेश है। अस्पतालों द्वारा किये गये सर्वेक्षण की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को पेश करते ही स्वास्थ्य महकमा सकते में आ गया है। जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सकों की एक टीम भामरागढ़ रवाना कर दी गयी है। इस टीम द्वारा अब गांवों में पहुंचकर मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की जा रहीं है। तहसील में ठेका िछड़काव कर्मचारियों की मदद से दवाइयों के छिड़काव का कार्य युद्धस्तर पर आरंभ किया गया है। वहीं मलेरिया बाधित गांवों के लिए तकरीब 4 हजार मच्छरदानी उपलब्ध कराये गये हंै। इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग द्वारा तहसील में कुल 18 हजार मच्छरदानी वितरण करने का नियोजन किया गया है। मलेरिया का प्रमाण करने के लिए तहसील में शुरू किये गये अस्पतालों में डाक्टरों और कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने के साथ-साथ ग्रामीणों में जनजागृति करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। 


 

Created On :   5 Aug 2022 3:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story