- Home
- /
- शहर में तैयार हो रहा देश का पहला...
शहर में तैयार हो रहा देश का पहला संविधान पार्क
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आज 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जा रहा । नागपुर से इस उपक्रम की शुरुआत हुई। नागपुर जिला परिषद के सीईओ रहते हुए पूर्व आईएएस अधिकारी ई.जेड. खोब्रागडे ने इसकी शुरुआत की थी। संविधान दिवस पर संविधान की प्रस्तावना के वाचन की शुरुआत की। पश्चात संविधान जागर आरंभ हुआ। नागपुर के इस उपक्रम को बाद में महाराष्ट्र सरकार ने राज्य भर में लागू किया और अब केंद्र सरकार ने संविधान दिवस देशभर में मनाने का निर्णय लिया है। विशेष यह कि इस शुरुआत के बाद देश में पहले संविधान चौक का नामकरण भी नागपुर में हुआ। रिजर्व बैंक चौक को "संविधान चौक" का नाम दिया गया।
18 फीट ऊंचे स्तंभ पर शिलालेख
अब देश का पहला संविधान पार्क भी नागपुर में बन रहा है। बेझनबाग, नजलू कॉलोनी स्थित हर्षवर्धन बुद्ध विहार के भव्य परिसर में इसे साकार किया जा रहा है। मनपा के सहयोग से 2016 में इसकी शुरुआत हुई। समाजसेवी अशोक कोल्हटकर की पहल पर तत्कालीन महापौर अनिल सोले व स्थायी समिति सभापति दयाशंकर तिवारी ने यहां संविधान पार्क की नींव रखी। करीब एक करोड़ रुपए की लागत से इसे साकार किया जा रहा है। परिसर में 18 फीट ऊंचा आकर्षक स्तंभ पर संविधान का संगमरमर के पत्थर पर काम कर शिलालेख पूरा किया गया। इस शिलालेख को सफेद मॉरकॉल मार्बल पत्थर पर बनाया गया। पेडस्टलव व फ्रेम हार्टिकल्चर वर्क और वॉटर फाउंटेन तैयार किया गया। पंप स्टेनलेस स्टील लगाया गया।
गजब की सुंदरता की परिकल्पना
रात के समय रंग-बिरंगी लाइटिंग और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया जा सकता है। संविधान पार्क के मध्य स्थान पर संुदर आकर्षक हरियाली तैयार की गई है। संविधान शिलालेख के आसपास तथागत गौतम बुद्ध व संविधान के शिल्पकार डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के जीवन चरित्र व मौलिक विचार दर्शाने वाले सात म्यूरल तैयार किए गए हैं। 22 प्रतिज्ञा वाला म्यूरल और परिसर में 20 बाय 30 का स्तूप बनाया गया है। इसके अलावा आकर्षक जापानी व थाई वास्तुकला का भव्य पैगोडा निर्माण किया गया। दर्शनीय भाग में ड्रैगन की आकर्षक कलाकृति का काम किया जा रहा है। संविधान पार्क की हरियाली पर संविधान स्तंभ और राजमुद्रा वाली 15 फीट ऊंचा अशोक स्तंभ बनाने का काम शुरू है। भदंत नागाप्रकाश के मार्गदर्शन और दलित कल्याण महिला मंडल हर्षवर्धन बुद्ध के सहयोग से यह काम हो रहा है। समाजसेवी अशोक कोल्हटकर ने बताया कि संविधान की जनजागृति और बुद्धिस्ट स्टडी के लिए यह पार्क महत्वपूर्ण साबित होगा।
Created On :   26 Nov 2021 1:07 PM IST