डीबी दल पर हमले का मामला पुलिस ने ही ठंडे बस्ते में डाला
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डिजिटल डेस्क, अमरावती । नाबालिग से छेड़खानी मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने पहंुचे गाडगे नगर पुलिस पर 29 दिसंबर की देर रात जानलेवा हमला किया गया था। लेकिन इस मामले को 10 दिन से अधिक का समय बीतने के बावजूद मैनेजर कोटेचा समेत हमलावरों में एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं किया गया है। जिससे पुलिस के इस कार्रवाई और घटना को लेकर पुलिस महकमें में विविध तरह की चर्चाएं व्याप्त है। जानकारी के अनुसार गुरुवार 29 दिसंबर की रात गाडगे नगर डीबी का दल नाबालिग से छेड़खानी मामले में नामजद आरोपी सैयद इमरान अली मुमताज अली को गिरफ्तार करने सिकची रिसोर्ट गया था। लेकिन आरोपी को गिरफ्तार कर वापस लौट रहे डीबी दल पर चांगापुर फाटा के पास सैयद इमरान के साथी व मैनेजर चेतन कोटेजा समेत अज्ञात 10 से 12 लोगों ने पुलिस का रास्ता रोक जानलेवा हमला कर दिया। हमले में सैयद इमरान, श्रीकांत वाडीकर और सचिन घेांगडे को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन अन्य हमलावर वहां से भागने में कामयाब हो गए। देर रात तक पुलिस उपायुक्त समेत अन्य अधिकारियों की थाने में रहकर घटना की जानकारी ली। लेकिन इस घटना में पुलिस ने विविध धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जहां धारा 307 लगाने को लेकर अदालत ने पुलिस को फटकार भी लगाई थी। परंतु इस घटना को 10 दिन बीतने के बावजूद पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार करने में नाकामयाब रहने से आखिरकार सिकची रिसोर्ट में क्या हुआ था?, चांगापुर फाटा के पास पुलिस का रास्ता क्यों रोका गया और अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नही? इन तमाम सवालों को लेकर पुलिस महकमें में विविध तरह की चर्चाएं व्याप्त है। वहीं इस मामले को पुलिस ने ही स्वयं ठंडे बस्ते में डालने से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालियां निशान उठ रहे है।
Created On :   9 Jan 2023 3:55 PM IST