- Home
- /
- व्यापारी ने सरेंडर की 30 लाख की...
व्यापारी ने सरेंडर की 30 लाख की काली कमाई, जब्त होगी पकड़ी गई राशि
डिजिटल डेस्क,शहडोल। तीन दिन पहले बस स्टैंड में पकड़ी गई 23 लाख 16 हजार रुपए की नगद राशि सरकारी खजाने में जमा होगी। जांच के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों के समक्ष पेश हुए सीधी के व्यापारी अशोक कामदार ने 30 लाख रुपए सरेंडर किए हैं। यानि आयकर विभाग से 30 लाख रुपए की आय छिपाई गई थी। अब इस राशि का 77 फीसदी टैक्स के रूप में वसूल किया जाएगा, जो जब्त की गई राशि के बराबर ही बन रहा है।
ऐसे हुआ खुलासा-
आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जब्तशुदा राशि अभी पुलिस के पास ही है। अशोक कामदार को जांच के लिए बुलाया गया था। जांच के दौरान पेश किए गए दस्तावेजों की पड़ताल की गई, वहीं आय-व्यय का सर्वे किया गया। इसमें 30 लाख की आय का छुपाना सामने आया। व्यवसायी ने यह राशि सरेंडर कर दी है। इस तरह जब्त राशि को बतौर टैक्स पनिशमेंट सरकारी खजाने में जमा कराया जाएगा। इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी भेज दी गई है और उनसे निर्देश मांगा गया है। निर्देश मिलते ही राशि पीडी अकाउंट में जमा करा दी जाएगी। आयकर अधिकारियों का कहना है कि अगर व्यापारी ने सर्वे में तो 30 लाख सरेंडर किए हैं। उसने अगर और राशि छुपाई होगी तो असेसमेंट में पता चल जाएगा।
यह है पूरा मामला-
सीधी से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ले जाई जा रही 23 लाख 16 रुपए की नगद राशि एफएसटी टीम ने बुधवार देर रात शहडोल बस स्टैंड में पकड़ी थी। यह राशि कामता प्रसाद पुत्र रामबहोरे गुप्ता निवासी पुरानी सीधी के पास से जब्त की गई थी। उसने पूछताछ में बताया था कि यह पैसा सीधी के स्टील व सीमेंट व्यापारी अशोक कामदार का है, जो लोहे और सीमेंट का कारोबार करते हैं। वह पैसा लेकर बिलासपुर छत्तीसगढ़ निवासी रिंकू के पास जा रहा था। वह कोई वैध दस्तावेज पेश नहीं कर सका था। अवैध रूप से प्राप्त उक्त राशि धारा 102 सीआरपीसी के तहत जब्त कर ली गई थी। इसके स्रोत व व्ययन के संबंध में आयकर अधिकारी को सूचित कराया गया था। आयकर विभाग के अधिकारियों के पास अशोक कामदार दस्तावेज लेकर पहुंचा था।
Created On :   7 April 2019 1:02 PM GMT