गांजा तस्कर को पकड़ने रायपुर गई टीम लौटी खाली हाथ
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती शहर में गांजे की तस्करी यह उड़ीसा से होती है। शहर के गांजा तस्करों का सीधा संपर्क उड़ीसा के गांजा विक्रेताओं के साथ रहने की बात बडनेरा रेलवे पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशन पर 12 किलो गांजे के साथ पकड़े गए आरोपी की जांच में सामने आई। इन गांजा तस्करों की जड़ तक पहंुचने बडनेरा रेलवे पुलिस का दल रायपुर के लिए रवाना हुआ। लेकिन दल वहां पहंुचने के बाद पता चला कि गांजा तस्करी का मुखिया यह उड़ीसा के छत्तरपुर गांव का है। लेकिन वह कौन है, उसका नाम रेलवे पुलिस को पता नहीं चल पाने के कारण रेलवे पुलिस के दल को आखिर खाली हाथ लौटना पड़ा। इसी बीच बुधवार को ट्राली बैग में गांजा रखकर अमरावती आनेवाले रायपुर निवासी शेख मुश्ताक शेख कमरुद्दीन (36) के पुलिस हिरासत की अवधि सोमवार 16 जनवरी को खत्म होने से उसे फिर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने उसे न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेजने के आदेश देने के कारण गिरफ्तार आरोपी से भी कुछ ज्यादा जानकारी निकालने में रेलवे पुलिस विफल रही और गांजा तस्करों की जड़ तक पहंुचने की पुलिस के इरादे अधर में लटक गए।
उड़ीसा से इस तरह लाया जाता है गांजा
अमरावती शहर में जो गांजा तस्करी होती है, वह गांजा उडीसा के राउरखेड़ा और छत्तरपुर गांव से आता है। इस गांव में गांजा तस्कर केवल अपने राज्य से बाहर तक सही सलामत गांजा पहंुचाने की जिम्मेदारी उठाते है। इस कारण अमरावती के गांजा तस्कर छत्तीसगढ़ के रायपुर तक जाते है। वहां कोई होटल वे बुक करते है। जिसका पता उडीसा के तस्कर को दिया जाता है। वह रायपुर तक सही सलामत गांजा पहंुचाता है। वहां से अमरावती तक उसे लाने की जिम्मेदारी स्थानीय तस्कर की रहती है। वह स्वयं पुलिस के हाथ न लगे, इस कारण रायपुर के किसी युवक को पैसे देकर गांजे की बैग उसके हाथ में थमा देते है और वह अमरावती तक इस बैग को लाता हे। केवल उस पर ट्रेन में अमरावती का तस्कर दूर से नजर रखता है। बुधवार को पकड़ा गया रायपुर के शेख मुश्ताक काे पैसे देकर केवल अमरावती तक गांजा लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस कारण उडीसा का मुख्य गांजा विक्रेता कौन उसका पता इस मामले में शामिल अमरावती का तस्कर ही बता सकता है। जो फिलहाल फरार है।
Created On :   17 Jan 2023 4:16 PM IST