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जिप शाला में बायोमीट्रिक प्रणाली का शिक्षकों ने किया विरोध
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । सावली तहसील के ग्राम पाथरी के जिला परिषद शाला के ज्यादातर शिक्षक मुख्यालय में नहीं रहने के कारण शिक्षकों के शाला में पहुंचने में विलंब होने के कारण विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। इस संबंध में ग्रामपंचायत ने मासिक सभा लेकर जिप शालाओं के लेटलतीफ शिक्षकों को अनुशासन लगाने के लिए ग्रामपंचायत प्रशासन की ओर से शालाओं में शिक्षकों के लिए बायाेमीट्रिक लगाने का निर्णय लिया गया है। लेकिन ग्रामपंचायत के इस निर्णय का शिक्षकों ने विरोध दर्शाते हुए स्थानिक स्वराज्य संस्था को इस बारे में कोई अधिकार नहीं होने की बात कही जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि सावली तहसील के पाथरी यह मध्यवर्ती क्षेत्र है। जिससे परिसर के विद्यार्थियों को शिक्षा की सुविधा हो, इसके लिए जिला परिषद की प्राथमिक व हाईस्कूल शुरू की गई है। कोरोना के कारण पिछले दो वर्ष विद्यार्थियों का बड़ा शैक्षणिक नुकसान हुआ है। लेकिन अब इस वर्ष सभी शालाएं पूर्ववत शुरू हुई है तथा शिक्षा विभाग द्वारा शाला के निर्धारित समय में शिक्षकों व विद्यार्थियों को उपस्थित रहना अनिवार्य है। इस नियम का नियमित पालन हो, इसके लिए शिक्षकों ने मुख्यालय में रहने के निर्देश दिए हैं। लेकिन कई शिक्षक मुख्यालय में नहीं रहते, जिससे स्कूल पहुंचने उन्हें विलंब हो रहा है। इसके लिए शालाओं में बायाेमीट्रिक मशीन लगाने का निर्णय ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने मासिक सभा में लेकर इस संदर्भ में स्कूल के मुख्याध्यापक को पत्र दिया गया। जिसके बाद शिक्षकों ने बायाेमीट्रिक लगाने के निर्णय का विरोध किया है।
"शिक्षकों पर कार्रवाई करें"
गांव के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण मिले, इसके लिए ग्रामपंचायत ने निर्णय लिया। इसे शिक्षकों द्वारा समर्थन देना अपेक्षित था। लेकिन बायाेमीट्रिक लगाने के निर्णय को शिक्षकों ने विरोध किया। ऐसेे में ग्रामपंचायत के निर्णय का विरोध करनेवाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने की मांग सरपंच, उपसरपंच व सदस्यों ने की है। इस संदर्भ में पंचायत समिति के गटविकास अधिकारी, गटशिक्षाधिकारी को निवेदन देने की जानकारी उपसरपंच प्रफुल्ल तुम्मे ने दी। जिससे इस संदर्भ में शिक्षा विभाग क्या निर्णय लेता है, इस ओर पालकों का ध्यान लगा है।
Created On :   13 Aug 2022 3:43 PM IST