ताड़ोबा प्रबंधन ने रोकी वन्यजीवों की प्रगणना

Tadoba management stopped the enumeration of wildlife
ताड़ोबा प्रबंधन ने रोकी वन्यजीवों की प्रगणना
वनरक्षक की मौत के बाद ताड़ोबा प्रबंधन ने रोकी वन्यजीवों की प्रगणना

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । बाघों के लिए देश विदेश में प्रसिद्ध ताड़ोबा अंधारी बाघ प्रकल्प में वन्यजीव प्रगणना के लिए ड्यूटी निभाते समय माया बाघिन के हमले में मारी गई   वनरक्षक स्वाति ढुमणेे की मृत्यु के बाद वनरक्षक, वनपाल व अन्य वन कर्मचारी संगठनों में रोष व्यक्त किया जा रहा है। पुरानी पारंपरिक पद्धति  से वर्षों से शुरू वन्यजीव प्रगणना करने वनरक्षक व वनपालाें ने कड़ा विरोध किया है। खुद की सुरक्षा  के लिए शस्त्र पास रखने की छूट देने की मांग की। इस विरोध के बाद ताड़ोबा प्रबंधन ने वन्यजीव प्रगणना रोक दी है। बता दें कि, 19 नवंबर से 26 नवंबर तक ताड़ोबा प्रकल्प के वॉटर होल पर वन्यजीव प्रगणना होनेवाली है। इसके पूर्व वन्यजीव प्रगणना हेतु ट्रांजिस्ट लाइन डाली गई है। शनिवार को सुबह ताड़ोबा के कोलारा गेट समीप कक्ष क्रमांक 97 में वॉटर होल के पास सुबह 8 बजे के दौरान ट्रांजिस्ट लाइन के माध्यम से अपने तीन सहयोगियों के साथ पैदल जा रही वनरक्षक स्वाति ढोमने पर माया बाघिन ने हमला किया, जिसमें उसकी मृत्यु हुई थी। इस घटना के बाद वन कर्मचारियों में डर का माहौल है। 

अगले साल ले प्रगणना : नवंबर माह में होनेवाली प्रगणना रोककर अगले साल फरवरी अथवा मार्च माह में लेने की मांग की है। इसके अलावा विविध मांग की है। ट्रांजिस्ट लाइन पर चलने का समय सुबह 10 बजे के बाद करने, प्रगणना की पारंपरिक पद्धतिबंद कर ट्रैप कैमरे द्वारा प्रगणना करने का विकल्प  दिया है। साथ ही अतििरक्त मैन पावर देने की मांग की है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा गया। मांग को गंभीरता से लेकर ताड़ोबा प्रबंधन ने सुरक्षा के  दृष्टिकोण से वन्यजीव प्रगणना रोकने का निर्णय लेने की जानकारी सूत्रों से मिली।  
 

Created On :   22 Nov 2021 2:15 PM IST

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