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क्रिप्टो करेंसी की आड़ में करोड़ों की ठगी, जबलपुर के रैकवार दंपति गिरफ्तार
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डिजिटल डेस्क, भोपाल। क्रिप्टो करेंसी की आड़ में करोड़ों की ठगी कर रहे जबलपुर के रैकवार दंपति को एसटीएफ ने मंगलवार को गिरफ्तार किया। गिरोह के अन्य सदस्य अभी फरार है। एसटीएफ का अनुमान है कि ये गिरोह 50 करोड़ से अधिक की ठगी कर चुका है। जांच में रैकवार दंपति के बैंक अकाउंट में चार करोड़ का हिसाब मिल है। गिरोह के तार हांगकांग, चीन, मलेशिया और थाइलेंड से जुड़े हुए हैं।
स्पेशल डीजी एसटीएफ पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि जबलपुर के शक्ति नगर में रहने वाले ब्रजेश रैकवार (36) और उनकी पत्नी सीमा रैकवार को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। रैकवार दंपति भारत में इस कारोबार के प्रमोटर की भूमिका में थे। आरोपी दंपति ने बिट कॉइन, गोल्ड यूनियन कॉइन जैसी क्रिप्टो कंपनी से करोड़ों रुपए कमाए हैं।
फिल्म में किया निवेश
जांच में सामने आया है कि आरोपी ने कमाए पैसों को एपी-3 मॉशन पिक्चर्स प्रोडक्शन में फिल्म के लिए निवेश किया था। जमीन, मकान, दुकान,गोवा के कसीनो, हांगकांग, दुबई, थाईलैंड, मलेशिया, चीन, सिंगापुर आदि देशों में मौज-मस्ती में करोड़ों रुपए खर्च किए।
व्यापार को भारतीय स्वरूप देने की तैयारी
आरोपियों ने ठगी को भारतीय स्वरूप देने की तैयारी में थे। प्लस गोल्ड, यूनियन कॉइन की वेबसाइट बनवाने के लिए बैंगलुरु और जयपुर के फर्मों से करार भी किया था। मुंबई, दिल्ली, भोपाल, रायपुर और अमृतसर में क्रिप्टो करेंसी व्यवसाय को फैलाने के लिए कई कांफ्रेंस भी की थी।
क्या है क्रिप्टो करेंसी
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है। यह एक स्वतंत्र मुद्रा है जिसका मालिक कोई नहीं होता। यह करेंसी किसी भी अथॉरिटी के काबू में नहीं होती। आमतौर पर इसका प्रयोग किसी सामान की खरीदारी या कोई सर्विस खरीदने के लिए किया जा सकता है।
Created On :   26 Jun 2019 2:12 PM IST