राज्य की पहली स्किल लैब नागपुर में तैयार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई थी। एंबुलेंस, अस्पताल में बेड, जरूरी दवाओं की किल्लत हो गई थी। सर्वाधिक जरूरी जीवनदायी ऑक्सीजन की पहली बार किल्लत मची। हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी। व्यवस्था की पोल खुली, तो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने सरकारी अस्पतालों में अधिक क्षमता वाले बड़े ऑक्सीजन प्लांट लगाने की योजनाएं बनाई। अमल भी हुआ, लेकिन प्लांट से मरीज तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए विशेषज्ञों की टीम का अभाव था। इसलिए ऑक्सीजन स्किल लैब के निर्माण पर काम किया गया। नागपुर के स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय इमारत में इस लैब का निर्माण हो चुका है। राज्य के नागपुर में पहली और पुणे में दूसरी लैब बन गई है।
स्वास्थ्य सेवा में हो रहा सुधार
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत व मनुष्यबल का अभाव था। इस कारण स्वास्थ्य सेवाओं में कई समस्याएं पैदा हो गई थी। सरकार के निर्देशानुसार स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार किया जा रहा है। राज्य में ऑक्सीजन स्किल लैब शुरू करने के लिए दो शहरों को चुना गया था। इसमें से एक नागपुर है। यहां लैब शुरू हो चुकी है। प्रायोगिक तौर पर दो बैच के माध्यम से 60 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। अप्रैल माह से नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। - डॉ. पुरुषोत्तम मडावी, संचालक, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग, नागपुरे
प्रशिक्षण का तरीका आधुनिकतम
-ऑक्सीजन स्किल लैब के निर्माण की शुरुआत अक्टूबर 2022 मंें की गई थी। एक निजी कंपनी द्वारा इसके निर्माण के लिए आर्थिक सह्योग किया गया है। छोटे-बड़े मिलाकर करीब 10 से अधिक उपकरणों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता है।
-दो प्रतीकात्मक वेंटिलेटर बेड तैयार किए गए हैं। बेड पर फायबर के हाफ मेनेक्विन (डमी मरीज स्वरूप) रखे गए हैं। बड़े प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति कैसे की जाती है, वह ऑक्सीजन मरीजों को कैसे मिलता है, इस बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है।
-अग्निशमन विभाग के विशेषज्ञ और स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों द्वारा उम्मीदवार प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। यह दो दिवसीय प्रशिक्षण है। उम्मीदवारों की रहने व निवास की व्यवस्था करने के लिए सरकार की तरफ से निधि दी जाती है।
योजना का लक्ष्य इस प्रकार है
ऑक्सीजन स्किल लैब में प्रशिक्षण लेने वालों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, नर्सेस व अस्पतालों के टेक्नीशियन्स को शामिल किया गया। 2 बैच में 60 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। इसमें मेडिकल, मेयो समेत मनपा अस्पताल व जिला अस्पतालों के कर्मचारियों का समावेश है।
नागपुर की लैब को राज्य के तीन विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें नागपुर, अमरावती व औरंगाबाद विभाग का समावेश है। नागपुर विभाग के 6 जिले नागपुर, भंडारा, चंद्रपुर, गडचिरोली, गोंदिया व वर्धा, अमरावती विभाग के 5 जिले अमरावती, अकोला, बुलढाणा, वाशिम, यवतमाल और औरंगाबाद विभाग के 8 जिले औरंगाबाद, बीड़, हिंगोली, जालना, लातुर, नांदेड, उस्मानाबाद, परभणी शामिल है।
कुल 19 जिलों के सरकारी अस्पताल व स्थानीय निकायों के अस्पतालों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। अप्रैल महीने से नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा। हालांकि सालभर में कितने लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, इस पर अभी निर्णायक संख्या तय नहीं की गई है। अनुमान व्यक्त किया गया कि एक जिले से कम से कम 200 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग कार्यालय नागपुर द्वारा ऑक्सीजन स्किल लैब में कर्मचारियों प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूरी करने सरकारी अस्पतालों को पत्र देने की प्रक्रिया शुरू की जाने वाली है।
Created On :   21 Feb 2023 10:57 AM IST