पुलिस की विशेष टीम जल्द बेलगाम जाएगी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकारी कर्मचारी को किसी आपराधिक प्रकरण में गिरफ्तार कर 48 घंटे से ज्यादा समय पुलिस की हिरासत में रहने पर निलंबित करने का नियम है। मनपा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र उचके के बारे में ऐसा नहीं हुआ है। 5 दिन पहले गिरफ्तार करने पर भी निलंबन आदेश जारी नहीं हुआ। मनपा के सूत्रों ने बताया कि, उचके की गिरफ्तारी की अधिकृत सूचना नहीं मिली है। अखबारों में प्रकाशित खबरों के आधार पर पुलिस से जानकारी मांगी गई है।
एक महिला के साथ वॉट्सएप पर अश्लील ऑडियो तथा वीडियो चैटिंग के आराेप में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव थाने की पुलिस उचके को गिरफ्तार कर ले गई। 14 अप्रैल को नागपुर शहर से गिरफ्तार िकया गया। नवंबर 2022 में पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। उस समय अदालत से जमानत प्राप्त कर गिरफ्तारी से बच गए। अदालत ने जमानत रद्द करने पर राजनांदगांव पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
सुनी-सुनाई बातों पर कार्रवाई नहीं हो सकती
मनपा सूत्रों ने बताया कि, मनपा परिसर के बाहर से गिरफ्तार किया गया है, इसलिए गिरफ्तारी पूर्व मनपा को सूचना नहीं दी गई। गिरफ्तारी के बाद भी अभी तक मनपा को अधिकृत सूचना प्राप्त नहीं हुई है। सुनी-सुनाई बातों के आधार पर निलंबन कार्रवाई नहीं की जा सकती। मंगलवार को अखबारों में गिरफ्तारी की खबरें प्रकाशित होने पर उसका आधार लेकर पुलिस से जानकारी मांगी गई है। अधिकृत जानकारी प्राप्त होने के बाद उचित कार्रवाई की जा सकेगी।
केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को धमकी प्रकरण में नागपुर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार के मार्गदर्शन में 5 सदस्यों की एक विशेष टीम का गठन किया गया है। यह विशेष टीम बुधवार को बेलगाम जेल के लिए रवाना होगी। विशेष टीम में एक सहायक पुलिस आयुक्त, एक पुलिस इंस्पेक्टर, दो पुलिस उप-निरीक्षक और एक पुलिस साइबर विशेषज्ञ शामिल होने की जानकारी सूत्रों ने दी है। यह विशेष टीम कर्नाटक के बेलगाम जेल के अलावा बंगलुरु में कुछ ऐसे आरोपियों के बारे में पता लगाएगी जिनका नाम जयेश कांथा उर्फ जयेश पुजारी ने लिया। है। आरोपी जयेश फिलहाल नागपुर पुलिस की रिमांड पर है। जयेश कितना सच और कितना झूठ बोल रहा है। इसके बारे में पता लगाने के लिए इस विशेष टीम का गठन किया गया है। गौरतलब है कि, नागपुर पुलिस ने बेलगाम जेल से जयेश पुजारी के बैरक से दो सिमकार्ड और दो मोबाइल फोन जब्त किया है। जयेश करीब 10 साल से जेल में बंद था। जेल में भी उसकी गतिविधियां शुरू थीं। जेल जाने से पहले उसके कुछ विनाशक लोगों से संबंध थे। जेल में जाने के बाद ऐसे अन्य कुछ और लोगों से उसकी दोस्ती हो गई। जयेश निश्चित तौर पर कुछ विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त होगा, ऐसा कयास लगाया जा रहा है।
रिमांड में किया बड़ा खुलासा
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी जयेश पुजारी से एक बड़ी खबर सामने आई है। जयेश के खुलासे के बाद बेलगाम जेल में आतंकियों का बड़ा मकड़जाल काम करने की जानकारी भी सामने आ रही है। बेलगाम जेल में बंद आतंकी संगठन के सदस्य अकबर पाशा के कहने पर जयेश ने गडकरी के कार्यालय में फोन कर धमकी दी थी। यह जानकारी के सामने आने पर पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लेते हुए 5 सदस्यीय विशेष पुलिस टीम का गठन कर टीम को बेलगाम जेल व बंगलुरु भेजने की तैयारी हो चुकी है। संभवत: यह विशेष टीम मंगलवार की रात या बुधवार की सुबह रवाना कर दी जाएगी। विशेष पुलिस टीम बेलगाम जेल व बंगलुरु जाने के बाद जयेश ने जिन लोगों का नाम उगला है। उनका कनेक्शन व नेटवर्क को खंगालेगी। करीब 3 िदन तक विशेष टीम बंगलुरु व कर्नाटक में जयेश से जुड़े नेटवर्क की तलाश करेगी।
एनआईए भी जल्द पूछताछ करेगी
जांच के दौरान नई जानकारियां सामने अाने पर पुलिस ने यूएपीए एक्ट की धारा 10, 13, 18 और 20 लगाई गई है। सहायक पुलिस आयुक्त नीलेश पालवे उक्त प्रकरण की जांच कर रहे हैं। इस मामले की जांच केंद्रीय आैर राज्य की जांच एजेंसी से समन्वय बनाकर की जाने वाली है। आतंकी से जयेश का कनेक्शन सामने आने पर उसकी जांच एनआईए करने वाली है। एनआईए जल्द ही इस मामले में जयेश से पूछताछ कर सकती है।
रिमांड बढ़ाने की अपील करेगी पुलिस
सूत्रों के अनुसार जयेश पुजारी उर्फ जयेश कांथा का जब 14 अप्रैल तक पीसीआर मिला था तब पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा था कि, उसकी पुलिस रिमांड बढ़ाकर मांगी थी। न्यायालय ने पुलिस रिमांड 24 अप्रैल तक कर दी थी। अब जयेश पुजारी का संबंध प्रतिबंधित संगठन पीएफआई, लश्कर-ए-तोयबा, दाऊद इब्राहिम गैंग के गुर्गों से होने की जानकारी सामने आने पर उसकी रिमांड समाप्त होने के बाद उसे फिर रिमांड में देने की अपील पुलिस करने वाली है। जयेश पुजारी ने पहले नितीन गडकरी को पहली बार 100 करोड़ और दूसरी बार 10 करोड़ की मांग की थी। 28 मार्च से जयेश पुजारी नागपुर पुलिस की कस्टडी में है। नागपुर पुलिस ने उसे जांच के लिए नागपुर लाया है। कर्नाटक के बेलगाम कारागृह से जयेश पुजारी ने केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी को धमकी भरा फोन कर फिरौती मांगी थी। फिरौती नहीं देने पर जान से मारने व कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
Created On :   19 April 2023 1:15 PM IST