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आदिवासी बहुल क्षेत्रों में शैक्षणिक स्तर बढ़ाने लक्ष्य निर्धारित करें
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में शिक्षा का स्तर बढ़ने लगा है, लेकिन आज भी दुर्गम क्षेत्र में शालाबाह्य बच्चों की संख्या अधिक देखी जा रही है। सभी बच्चों को शिक्षा दिलाने और शैक्षणिक स्तर बढ़ाने के लिए पहले लक्ष्य निर्धारित करने की जरूरत है। तभी जाकर आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले का शिक्षा स्तर और अधिक बढ़ेगा। यह बात राज्य के शिक्षा आयुक्त सूरज मांढरे ने कही। शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में वे बोल रहे थे। इस समय जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद, अतिरिक्त जिलाधिकारी धनाजी पाटील, नागपुर की शिक्षा उपसंचालक डा. वैशाली जामदार, माध्यमिक शिक्षाधिकारी राजकुमार निकम, प्राथमिक शिक्षाधिकारी अरुण धामणे, उपशिक्षाधिकारी हेमलता परसा आदि उपस्थित थे। इस समय आयुक्त मांढरे ने कहा कि, दुर्गम क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता और शालाबाह्य बच्चों की समस्या अधिक है। जिले में विशेषत: लड़कियों को शाला में भेजने के लिए अभिभावक तैयार नहीं होते। इस कारण जिले में आदर्श शालाओं का निर्माण कर अभिभावकों को शिक्षा के लाभ के बारे में जानकारी देने की आवश्यकता है। जिले के उच्च शिक्षित विद्यार्थियों को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश भी मांढरे ने इस समय दिए। यहां बता दें कि, शैक्षणिक सत्र आरंभ होने के तीसरे दिन ही शिक्षा आयुक्त के औचक दौरे से जिले के शिक्षकों व अधिकारियों में ऊर्जा का संचार होते देखा गया।
Created On :   2 July 2022 4:45 PM IST