मंजर देख किसानों की आंखें हुईं नम

Seeing the scene, the eyes of the farmers became moist
मंजर देख किसानों की आंखें हुईं नम
बारिश से फसलें तबाह मंजर देख किसानों की आंखें हुईं नम

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले में मूसलाधार बारिश के कारण एक बार फिर धान उत्पादक किसान संकट में आन फंसे हैं। खेतों में सूखने के लिए रखी गयी धान की फसल इस बारिश के चलते पूरी तरह भीग गयी है। जिन किसानों की फसल पूरी तरह सूख गयी है और जिन्होंने धान के ढेर बनाए हैं, इस प्रकार का धान भी पूरी तरह भीग जाने से किसानों की आंखों से आंसू बहने लगे हैं। रविवार की दोपहर भी जिले के अधिकांश स्थानों पर जमकर बारिश हुई। बिजली की कड़कड़ाहट के साथ बादल भी गरजते रहें। इस वर्ष खरीफ सत्र के दौरान पर्याप्त बारिश के भरोसे किसानों ने अपने खेतों में बड़े पैमाने पर धान की फसल उगायी थी।

 धान कटाई प्रक्रिया तक किसानों की फसल पूरी तरह सुरक्षित थी।  इसी दौरान पिछले दो दिनों से हो रही बारिश ने किसानों की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया है। अमुमन नवंबर माह में किसानों द्वारा फसलों को काटने की प्रक्रिया शुरू की जाती है। फसल काटकर इसकी पीसाई कर सरकारी धान खरीदी केंद्रों में इसकी बिक्री होती है। ऐन समय पर बारिश ने किसानों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है।  बारिश के चलते अब धान पूरी तरह लाल पड़ने लगेगा। साथ ही इसमें अंकुर भी उगने लगेंगे, जिससे किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। गड़चिरोली जिला मुख्यालय में रविवार दोपहर 12 बजे से शाम तक लगातार मूसलाधार बारिश जारी रही। वहीं अन्य तहसीलों में बारिश ने दस्तक दी है। 
 

Created On :   15 Nov 2021 1:18 PM IST

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