शालेय पोषाहार कर्मियों ने भरी बारिश में निकाला मोर्चा

School nutrition workers took out a front in the rain
शालेय पोषाहार कर्मियों ने भरी बारिश में निकाला मोर्चा
मांगों को लेकर जिप कार्यालय पर दस्तक  शालेय पोषाहार कर्मियों ने भरी बारिश में निकाला मोर्चा

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शहर में पोषण आहार कर्मचारियों ने अपनी विविध मांगों को लेकर आजाद बगीचे से भरी बारिश में जिला परिषद कार्यालय पर भव्य मोर्चा निकाला। आयटक के नेतृत्व  में निकाले गए इस मोर्चे में शामिल कर्मियों ने बताया कि पिछले 15 से 20 वर्षों से जिला परिषद एवं निजी विद्यालयों में भोजन तैयार करने वाले पोषण कर्मियों को न्यूनतम वेतन के साथ 24 हजार रुपये प्रतिमाह का न्यूनतम वेतन लागू करें, उन्हें चपराशी सह रसोइया के पद पर नियुक्त करें सहित अन्य मांगे की जा रही है। लेकिन प्रशासन की ओर से इस ओर अनदेखी की जा रही है। इसलिए शालेय पोषण कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला कर जिला परिषद कार्यालय पर दस्तक दी।

इस समय सरकार और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। इस दौरान विनोद जोडगे ने सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि बहुत कम वेतन पर ये कर्मचारी खाना बनाने, स्कूल खोलने, साफ-सफाई रखने, भोजन के बाद छात्रों की थाली धोने, शौचालय की सफाई करने के अलावा कई कई बार, उन्हें केवल मासिक वेतन 1 हजार 500 रुपये मिलता है। इस मोर्चो में भाकपा के जिला सचिव नामदेव कन्नाके, संगठन के जिला सचिव वनिता कुंठावर, पूर्व पार्षद राजू गेनवार, प्रदीप चिताडे, प्रकाश रेड्डी, लीला आस्वले, छाया मोहितकर, संध्या वासेकर, कल्पना रायपुरे, रूंदा मानकर, कुंडा कोहपारे, जयघोष दिघोरे सहित पोषाहार कर्मी बड़ी संख्या में शामिल हुए थे। सुषमा जामदार, निर्मला गुरनुले नेतृत्व में मुख्य कार्यकारी अधिकारी और शिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को निवेदन भेजा गया। इस दौरान बड़ी संख्या शालेय पोषण आहार कर्मचारी उपस्थित थे। 
 

Created On :   20 July 2022 2:17 PM IST

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