नागपुर मनपा की बस खरीद में हुआ घोटाला, कांग्रेस का आरोप

Scam in the purchase of Nagpur Manpa bus, Congress accused
नागपुर मनपा की बस खरीद में हुआ घोटाला, कांग्रेस का आरोप
नागपुर मनपा की बस खरीद में हुआ घोटाला, कांग्रेस का आरोप

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस नेता डॉ. संजय लाखे पाटील ने आरोप लगाया है कि नागपुर महानगरपालिका, केंद्रीय परिवहन मंत्रालय व कोयला मंत्रालय सहित देश के सात भाजपा शासित राज्यों में ‘स्कैनिया’ कंपनी बस घोटाला हुआ है। इस घोटाले में बसों की चेसिस नंबर से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से कराने की मांग की गई है। 

शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन में पत्रकारों से बातचीत में लाखे पाटील ने कहा कि नागपुर मनपा, कोल इंडिया को बस और ट्रक आपूर्ति के लिए वाहनों की खरीद में भारी घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि मंत्री की बेटी के विवाह में लक्जरी बस भेंट देने के साथ ही वाहनों के चेसिस नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर बदल कर इन्हें नई गाडी के तौर पर कोल इंडिया की उप कंपनियों को बेचा गया है। उन्होंने बताया कि मामले की शिकायत केंद्रीय सतर्कता आयोग से की गई है। 

कांग्रेस नेता ने बताया कि स्कैनिया कंपनी के इंटरनल ऑडिट में यह घोटाला सामने आया है। लाखे पाटील ने कहा कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय ने बयान जारी कर इस मामले में सफाई दी है। ऐसा कर उन्होने घोटोले को अप्रत्यक्ष रुप से स्वीकार कर लिया है। पाटील ने कहा कि ये सारी बसे नागपुर में पूर्ति कंपनी के परिसर में खड़ी थी। इसकी तस्वीरे अखबारों में भी छप चुकी है। 

स्विडिस शोध मीडिया कंपनी एसवीटी, जर्मन ब्रॉडकास्टर जेडडीएफ और भारत के कॉन्फ्लुएंस मीडिया के पत्रकारों की टीम ने इस मामले का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि इस खुलासे के बाद स्विडिश बस निर्माता कंपनी स्कैनिया के कार्यकारी अधिकारी हेनरी हेनरिक्शन ने सामाचार एजेंसी रायटर से इस घोटाले की बात स्वीकार की है। 

पाटील ने कहा कि स्कैनिया कंपनी से नागपुर मनपा के लिए बड़े पैमाने पर इथेनॉल से चलने वाली बसे खरीदी गई थी। इस खरीद के लिए रिश्वत के तौर पर एक केंद्रीय मंत्रालय को सभी सुविधाओं से युक्त एक लक्जरी बस भेंट की गई थी। इस बस में मंत्री की बेटी की शादी के लिए जरुरत फेरबदल कर उसे भेंट करने की तैयारी थी। इस बाबत कंपनी को भेजे गए ईमेल से इसका खुलासा हुआ है। उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्ध कंपनी के सीईओ भी मंत्री के बेटी की शादी में मौजूद थे। 

पाटील ने कहा कि नागपुर महानगर पालिका ने इथेनॉल पर चलने वाली 55 बसों को अचानक स्कैनिया कंपनी को वापस कर दिया था। उन्होंने कहा कि आशंका है कि इन बसों के चेसीस नंबर को बदल कर इन्हें कहीं और तो नहीं बेच दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्कैनिया कंपनी के कई ट्रक व अन्य वाहनों के चेसीस नंबर व नंबर प्लेट बदल कर उसे सरकारी कंपनी बीसीसीएल को बेच दिया गया। यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। इस लिए इसकी जांच एनआईए से कराई जानी चाहिए।

Created On :   13 March 2021 12:35 AM IST

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