- Home
- /
- अनारकली के प्यार मे दीवाना हुआ...
अनारकली के प्यार मे दीवाना हुआ सलीम, मध्य प्रदेश के टाइगर रिजर्व में हाथी-हथिनी में चल रही प्यार की दास्तां
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आप हाथी के कई कहानी और खबरों को पढ़े होंगे। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी ही कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपको थोड़ी हैरानी जरूर होगी। मामला मप्र के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की है। इस समय एक हाथी उसी जंगल में रहने वाली हथिनी के प्रेम में डूबा है। हाथी का नाम सलीम है, तो वहीं हथिनी का नाम अनारकली हैं। अनारकली के प्यार में जंगली हाथी सलीम टाइगर रिजर्व में आ जाता है और अनारकली को अपने साथ धकियाते हुए जंगल की ले जाता है। इस वाकया को देखकर टाइगर रिजर्व प्रबंधन परेशान है।
गौरतलब है कि आनारकली टाइगर रिजर्व की सबसे महत्वपूर्ण हथिनी है। खबरों के मुताबिक, अनारकली को वर्ष 1978 में सोनपुर के मेले से खरीदकर बांधवगढ़ लाया गया था। तभी से अनारकली टाइगर रिजर्व में पेट्रोलिंग का काम करती है और प्रबंधन द्वारा कई रेस्क्यू अभियान में शामिल रही है। फिलहाल अनारकली और सलीम के प्यार की चर्चा देशभर में चल रही है।
ये रही सलीम-अनारकली के बीच प्यार की कहानी
टाइगर रिजर्व के मुताबिक, 2018 से ही जंगली हाथियों का एक झुंड टाइगर रिजर्व के आस-पास अपने रहने का स्थान बना लिया है। टाइगर रिजर्व में पहले से ही नर-मादा मिलाकर 14 पालतू हाथी मौजूद हैं। जिसे पेट्रोलिंग और रेस्क्यू के लिए अक्सर इस्तेमाल किया जाता है। पार्क प्रबंधन के मुताबिक, जब इन जंगली हाथियों का सामना रिजर्व पार्क वाले हाथियों से होता तो इनका व्यवहार सामान्य होता है। लेकिन एक माह से एक नर हाथी जिसे सलीम के नाम से जाना जाता है, सलीम अब अनारकली के प्यार में डूबा रहता है। टाइगर रिजर्व प्रबंधन का कहना है कि जंगली सलीम हाथी टाइगर रिजर्व के अंदर हाथी कैम्प तक आ जाता है और सलीम अपने साथ अनारकली को जंगल ले जाता है। सलीम की ये हरकतें कई बार देखी जा चुकी है। जानकारी मिलने पर परेशान पार्क प्रबंधन अनारकली को वापस फिर कैम्प लेकर आते है।
गौरतलब है कि साल 2018 में हाथी सलीम के साथ जंगली हाथियों के झुड़ को बांधवगढ़ में आने की वजह यह हैं कि चार जंगली हाथी छत्तीसगढ़ से मध्य प्रदेश के अनूपपुर और सीधी आ गए थे। चारों जंगली हाथियों के दल को रेस्क्यू करके बांधवगढ़ लाया गया था। इन सभी हाथियों को लंबा प्रशिक्षण देकर पालतू बनाया गया और फिर इसका नाम काजल, श्याम, लक्ष्मण और अनूप रखा गया। उसी के पीछे-पीछे अपने साथी हाथी को खोजते हुए हाथियों का दल बांधवगढ़ पहुंच गया और कैम्प पर धावा बोल दिया। इसके बाद पार्क प्रबंधन ने जंगली हाथियों को कड़ी मशक्कत के बाद भगाया।
फिर अनुकूल वातावरण मिलने के कारण यह सभी हाथियों के दल ने बांधवगढ़ को अपना स्थायी रहवास बना लिया। इन्हीं 60 जंगली हाथियों के दल में से एक सलीम भी था जो अनारकली के प्यार में पड़ गया है, जिससे टाइगर रिजर्व प्रबंधन परेशान है। वन्यजीव विशेषज्ञों ने बताया कि मादा के प्रति नर का आकर्षण होना एक स्वाभाविक व्यवहार है।
Created On :   1 Sept 2022 9:48 PM IST