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एनआईए कोर्ट में पेश हुई प्रज्ञा ठाकुर, मालेगांव ब्लास्ट पर दिया ये जवाब
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भोपाल की नवनिर्वाचित सांसद प्रज्ञा ठाकुर शुक्रवार को मालेगांव ब्लास्ट मामले में एनआईए कोर्ट में पेश हुई। इस दौरान कोर्ट में जज ने साध्वी से कई सवाल किए। इस दौरान जज ने उनसे पूछा, जांच में सभी गवाहों ने कहा है कि 29 सितंबर 2008 को धमाका हुआ था। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। इस बारे में आपका क्या कहना है। जिस पर प्रज्ञा ठाकुर ने जवाब दिया - मुझे नहीं पता। भगवा वस्त्र व गले में रुद्राक्ष की मामला पहने साध्वी न्यायाधीश विनोद पडलकर के सामने उपस्थित हुई।
Malegaon blast case: Special NIA Judge asked Pragya Thakur "Do you know or has your lawyer told you about how many witnesses have been examined by the prosecution till now?" To which she replied - "I don"t know."
— ANI (@ANI) June 7, 2019
कोर्ट में पेश होने का आदेश
दोपहर के समय कोर्ट में पहुंची साध्वी को बेंच पर बैठने के लिए कहा गया। लेकिन स्पाइनल क्वार्ड में तकलीफ होने के चलते वे जल्द ही खड़ी हो गई। इसके बाद साध्वी को एक कुर्सी दी गई लेकिन कुर्सी का आकार छोटा होने के चलते वह उस पर बैठने की बजाय कोर्ट कक्ष की खिड़की के पास खड़ी रही। शाम पांच बजे तक साध्वी खिड़की के पास खड़ी रही। एनआईए कोर्ट ने मालेगांव ब्लास्ट के सभी आरोपियों को सप्ताह में एक बार कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया है। प्रज्ञा ठाकुर फिलहाल स्वास्थ्य कारणों से जमानत पर बाहर हैं
नाराज हुई साध्वी
न्यायालय की कार्यवाही खत्म होने के बाद न्यायाधीश जब अपने कक्ष में चले गए तो साध्वी मीडिया के सामने कड़ी नाराजगी जाहिर की। कई घंटों तक खिड़की के पास खड़ी साध्वी ने कहा कि मेरी तबीयत ठीक नहीं थी फिर भी मैं न्यायालय के आदेश के तहत कोर्ट में हाजिर हुई। यदि आरोपी को बुलाया जाता है तो कम से कम उसे ठीक से बैठने की सुविधा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब न्यायालय सुनने की मनस्थिति में नहीं होता है तो ऐसे में कोई बात कहने कोई मतलब नहीं है। इस बीच वकीलों ने किसी तरह साध्वी को शांत कराया।
मालेगांव बम धमाके में कुल सात आरोपी है। जिनके खिलाफ एनआईए कोर्ट में रोजाना सुनवाई चल रही है। शुक्रवार को इस मामले में धमाके को लेकर पंचनामा तैयार करनेवाले एक गवाह की गवाही हुई। साल 2008 में हुए मालेगांव बम धमाके में 6 लोगों की मौत हो गई थी जबकि सौ लोग घायल हो गए थे। इस मामले में साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सात लोगों को आरोपी बनाया गया है।
भोपाल से सांसद
साध्वी प्रज्ञा को बीजेपी ने भोपाल लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। उन्होंने चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया। प्रज्ञा अपने बयानों को लेकर काफी सुर्खियों में रहती हैं। लोकसभा चुनाव से पहले मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे और चुनाव वोटिंग के बाद नाथूराम गोडसे को लेकर दिए बयान को लेकर काफी आलोचना हुई थी।
इससे पहले साध्वी पिछले साल उस समय कोर्ट में उपस्थित हुई थी जब उन पर आरोप तय किए गए थे। पिछले दिनों मामले की सुनवाई के दौरान आरोपियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए न्यायाधीश ने सभी आरोपियों को सप्ताह में एक दिन कोर्ट में हाजिर रहने का निर्देश दिया था। इस दौरान न्यायाधीश ने स्पष्ट किया था कि सिर्फ वास्तविक कारण बताने पर ही कोर्ट में उपस्थिति से छूट दी जाएगी। प्रज्ञा ठाकुर को गुरुवार को कोर्ट में पेश होना था,लेकिन स्वास्थ्य खराब का कहकर वह पेश नहीं हुई। उनकी निकट सहयोगी ने बताया कि साध्वी प्रज्ञा अस्वस्थ हैं। उन्हें बुधवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्वस्थ होने के बावजूद प्रज्ञा ठाकुर गुरुवार को राजपूत समाज के एक कार्यक्रम में शामिल हुई थी।
Created On :   7 Jun 2019 11:13 AM GMT