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RSS ने किया ‘शस्त्र पूजन’,संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- देश का विभाजन एक दुखद इतिहास
डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज अपना 96 वां स्थापना दिवस एवं विजयादशमी उत्सव मना रहा है। इस अवसर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में RSS मुख्यालय में शस्त्र पूजन किया। भागवत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, यह वर्ष हमारी स्वाधीनता का 75वां वर्ष है। 15 अगस्त 1947को हम स्वाधीन हुए। हमने अपने देश के सूत्र देश को आगे चलाने के लिए स्वयं के हाथों में लिए। स्वाधीनता से स्वतंत्रता की ओर हमारी यात्रा का वह प्रारंभ बिंदु था।हमें यह स्वाधीनता रातों रात नहीं मिली।
महाराष्ट्र: विजयदशमी के अवसर पर नागपुर में RSS मुख्यालय में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने "शस्त्र पूजन" किया pic.twitter.com/xPxPBS2lDr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2021
स्वतंत्र भारत का चित्र कैसा हो इसकी, भारत की परंपरा के अनुसार समान सी कल्पनाएं मन में लेकर, देश के सभी क्षेत्रों से सभी जातिवर्गों से निकले वीरों ने तपस्या त्याग और बलिदान के हिमालय खडे किये। भागवत ने कहा, जिस दिन हम स्वतंत्र हुए उस दिन स्वतंत्रता के आनंद के साथ हमने एक अत्यंत दुर्धर वेदना भी अपने मन में अनुभव की वो दर्द अभी तक गया नहीं है। अपने देश का विभाजन हुआ, अत्यंत दुखद इतिहास है वो, परन्तु उस इतिहास के सत्य का सामना करना चाहिए, उसे जानना चाहिए।
#WATCH महाराष्ट्र: विजयदशमी के अवसर पर RSS ने नागपुर में अपने मुख्यालय में परेड की। इस दौरान मंच पर RSS प्रमुख मोहन भागवत भी मौज़ूद रहें। pic.twitter.com/99PiV3gcqN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2021
मोहन भागवत ने कहा, जिस शत्रुता और अलगाव के कारण विभाजन हुआ उसकी पुनरावृत्ति नहीं करनी है। पुनरावृत्ति टालने के लिए, खोई हुई हमारे अखंडता और एकात्मता को वापस लाने के लिए उस इतिहास को सबको जानना चाहिए। खासकर नई पीढ़ी को जानना चाहिए। खोया हुआ वापस आ सके खोए हुए बिछड़े हुए वापस गले लगा सकें।
विजयदशमी के शुभ अवसर पर RSS के स्थापना दिवस के मौके पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पथ संचालन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। #vijyadashmi pic.twitter.com/AapoQQOIBl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2021
भागवत ने कहा, विश्व को खोया हुआ संतुलन व परस्पर मैत्री की भावना देने वाला धर्म का प्रभाव ही भारत को प्रभावी करता है। यह ना हो पाए इसीलिए भारत की जनता, इतिहास, संस्कृति इन सबके विरुद्ध असत्य कुत्सित प्रचार करते हुए, विश्व को तथा भारत के जनों को भी भ्रमित करने का काम चल रहा है।
RSS प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और माधव सदाशिव गोलवलकर की समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/4a0MQFQaof
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 15, 2021
भागवत ने कहा, जनसंख्या नीति पर एक बार फिर से विचार किया जाना चाहिए। 50 साल आगे तक का विचार कर नीति बनानी चाहिए और उस नीति को सभी पर समान रूप से लागू करना चाहिए, जनसंख्या का असंतुलन देश और दुनिया में एक समस्या बन रही है। वहीं, सीमा पार से अवैध घुसपैठ पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाया जाए। राष्ट्रीय नागरिक पत्रिका का निर्माण कर इन घुसपैठियों को नागरिकता के अधिकारों से वंचित किया जाए।
भागवत ने कहा, मंदिरों की ज़मीन बेची गई। मंदिरों की संपत्ति हड़पी जाती है। जिन लोगों को हिंदू देवी देवताओं पर श्रद्धा नहीं है, उनके लिए हिंदू मंदिरों की संपत्ति का इस्तेमाल किया जाता है। हिंदुओं को भी आवश्यकता है, वह संपत्ति उनपर नहीं लगाई जाती है। कोरोना जा रहा है, चला जाएगा। अपनी सुधरी हुई आदतों को फिर से नहीं बिगाड़ना इसका हमें ध्यान रखना पड़ेगा। हमको अपनी आदतें नहीं बदलनी चाहिए। कोरोना काल में जो विवाह हुए हैं, वे कम खर्चे में हुए हैं।
Created On :   15 Oct 2021 10:11 AM IST