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कोरोना पॉजिटिव मृतक के संपर्क में आने वाले मेयो के 20 स्टॉफ की रिपोर्ट निगेटिव
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना पॉजिटिव मृतक के कैजुअल्टी में संपर्क में आने वाले इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) के करीब 20 स्टॉफ को आइसोलेटेड करके रखा गया था। बुधवार को इनकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें पुराने लेडीज हॉस्टल में शिफ्ट कर क्वारंटाइन कर दिया गया है। वहीं, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) में मृतक के परिवार के सदस्यों के अलावा निजी चिकित्सक को आइसोलेटेड करके रखा गया है जिसमें डॉक्टर की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है शेेष का इंतजार किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मृतक मेयो की कोविड-19 ओपीडी में ना जाकर सीधे कैजुअल्टी में उपचार के लिए गया था। इस वजह से वहां का स्टॉफ पॉजिटिव आए मरीज के संपर्क में आ गया था। हालांकि कोरोना के चलते इन दिनों अस्पताल में सभी स्टॉफ मॉस्क और ग्लब्ज का उपयोग कर रहे है लेकिन फिर भी सुरक्षा कारणों से पॉजिटिव आने के बाद स्टॉफ को आइसोलेटेड करके जांच की गई। अब उनको 14 दिन के लिए मेयो के पुराने लेडीज हॉस्टल में क्वारंटाइन कर दिया गया
इनकी भी जांच रिपोर्ट निगेटिव
मंगलवार को एक गुजरात के व्यक्ति को मेयो लाया गया था, उक्त व्यक्ति की मृत्यु अस्पताल आने से पहले ही हो गई थी। मोमिनपुरा में रहने वाले 50 वर्षीय मरीज की जांच की गई जो निगेटिव आई। वहीं, मंगलवार को किडनी फैल होने के कारण मरने वाली की जांच रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उसे सांस लेने में प्राॅब्लम होने की वजह से उसकी जांच की गई।
यह है मामला
सतरंजीपुरा स्थित बड़ी मस्जिद के पास के निवासी 68 वर्षीय को डायरिया के कारण शनिवार की रात को इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) में भर्ती किया गया था। लक्षणों के आधार पर मरीज को कोरोना संदिग्ध मरीज के वार्ड में भर्ती किया गया। उपचार के दौरान रविवार की रात को मरीज की मृत्यु हो गई। संदिग्ध मरीज होने के कारण मरीज की जांच िरपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था। इसी बीच सोमवार को मरीज को कोरोना होने की पुष्टि हुई। इसी के साथ मरीज के संपर्क में आने वाले करीब 15 लोगों को मेडिकल में आइसोलेटेड करके रखा है जिसमें मृतक के बेटी, दामाद, के अलावा बेटा, बेटी उनके बच्चे, भाई और भतीजा शामिल है। वहीं मृतक का उपचार करने वाले निजी डॉक्टर के अलावा उसके अटेंडेंट का भी नमूना जांच के लिए भेजा गया था।
मेयो-एम्स की रिपोर्ट
मेयो में करीब 50 सैंपल में यवतमाल के 7 पॉजिटिव आए।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में 53 सैंपल में यवतमाल का 1 सैंपल पॉजिटिव आया।
Created On :   8 April 2020 9:26 PM IST