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सोयाबीन के दाम स्थिर होने से आवक में आई कमी
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डिजिटल डेस्क, वडनेर (वर्धा । सोयाबीन का दाम एक जगह पर स्थिर होने से बाजार पेठ में सोयाबीन की आवाक कम हो गई है। बड़ा बाजार पेठ ठंडा होने से सोयाबीन उत्पादक किसानों की भ्रम है। किसानों के पास सोयाबीन रखने के लिए जगह होने पर भी सफेद सोने को कहां छुपाया जाए यह प्रश्न है। बता दें कि, इस साल खरीफ सीजन में सोयाबीन फसल का उत्पादन कुछ हद तक होने के बावजूद सोयाबीन को बाजार में जो दाम चाहिए वैसा दाम नहीं मिल रहा है। वर्तमान में 4 हजार 200 रुपए से 5 हजार रुपए तक कीमत मिल रही है।
दूसरी ओर शासन ने स्टॉक करने का कानून रद्द कर दिया है। जिसके चलते सोयाबीन ने 5 हजार से दो दिनों में साढ़े पांच हजार रुपए तक उछाल हासिल की थी। इस वजह से सोयाबीन को अब 6 हजार से अधिक का ही दाम मिलेगा ऐसी अपेक्षा थी, लेकिन पिछले चार दिनों से सोयाबीन का भाव 5 हजार 300 से 5 हजार 400 रुपए तक स्थिर है। दाम में वृद्धि रुकने से जिन किसानों के पास सोयाबीन है व जिन्हें माल की बिक्री करना जरूरी है। ऐसे किसानों समेत स्टॉक करके रखे हुए व्यापारियों की चिंता भी बढ़ गई है। सोयाबीन उत्पादन भरपूर प्रमाण में हुआ फिर भी अभी तक सिर्फ 20 से 25 प्रतिशत किसानों ने सोयाबीन की बिक्री की है। बचे हुए किसानों ने दाम बढ़ने की अपेक्षा करते हुए माल को जमा करके घर में ही रखा है। वहीं कुछ किसानों ने वेयर हाउस में माल रखा है। दूसरी ओर कुछ निवेशकों ने सोयाबीन के भाव में वृद्धि की संभावना को देखते हुए 5 हजार रुपए के मूल्य पर सोयाबीन खरीदी कर स्टॉक करके रखा है, लेकिन दाम में वृद्धि होने की राह देख रहे सोयाबीन के भाव इस सप्ताह नहीं बढ़े हैं और आगे भी भाव बढ़ने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। अचानक कम हुए व एक दाम पर स्थिर हुए भाव के कारण किसान समेत व्यापारियों की चिंता भी बढ़ गई है। ऐसी स्थिति में सोयाबीन घर में पड़ा है व चुना हुआ कपास कहां रखा जाए। इसके साथ ही कपास ज्वलनशील होने से किसान चिंता में हैं।
Created On :   26 Nov 2022 5:07 PM IST