- Home
- /
- राज्यसभा चुनाव : क्रॉस वोटिंग की...
राज्यसभा चुनाव : क्रॉस वोटिंग की आशंका से सहमी कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों ने दो राज्यों में मुकाबला दिलचस्प बना दिया है। राजस्थान में निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा तो हरियाणा में निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा ने भाजपा का समर्थन लेकर कांग्रेस उम्मीदवारों की मुश्किलें बढ़ा दी है। भाजपा ने महाराष्ट्र और कर्नाटक में भी अतिरिक्त उम्मीदवार उतार कर दूसरे दलों का गणित गड़बड़ा दिया है। भाजपा का दावा है कि इन चारों राज्यों में उसके अतिरिक्त उम्मीदवारों (समर्थित उम्मीदवार सहित) की जीत होगी। भाजपा के इस भरोसे की वजह निर्दलीय विधायक और कांग्रेस में अंतर्कलह है।
भाजपा ने राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में कांग्रेस को झटका देने की पूरी तैयारी कर रखी है। यही वजह है कि पार्टी ने इन्हीं चार राज्यों में राज्यसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ केन्द्रीय मंत्रियों को प्रभारी नियुक्त किया है। राजस्थान में निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा ने कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार प्रमोद तिवारी की सांसे अटका दी है तो उधर हरियाणा में निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन की हालत पतली कर रखी है। यही वजह है कि कांग्रेस को इन दोनों राज्यों के अपने विधायकों की घेराबंदी करनी पड़ी है।
भाजपा को महाराष्ट्र में है उलटफेर की उम्मीद
भाजपा महाराष्ट्र में भी अपने तीसरे उम्मीदवार धनंजय महाडिक की जीत सुनिश्चित करने में जुटी है। यहां भाजपा की नजर निर्दलीयों व छोटे दलों के साथ कांग्रेस के असंतुष्ट विधायकों पर भी है। भाजपा के एक नेता ने बताया कि महाराष्ट्र में पार्टी के सामने बेहतर मौका है। भाजपा को यहां तीसरी सीट निकालने के लिए 11 अतिरिक्त वोट की जरूरत है। यदि वह 11 वोट जुटाने में कामयाब रही तो इसका सीधा असर शिवसेना के दूसरे उम्मीवार संजय पवार पर पड़ेगा। भाजपा ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव का प्रभारी बनाया है। दरअसल महाराष्ट्र में कांग्रेस के ‘बाहरी’ उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी को लेकर भी पार्टी के अंदर नाराजगी है। यदि कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट विधायकों ने ‘खेल’ किया तो प्रतापगढ़ी भी मुश्किल में पड़ सकते हैं। हालांकि कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि नाराजगी के बावजूद प्रतापगढ़ी चुनाव जीत जाएंगे।
Created On :   4 Jun 2022 8:08 PM IST